हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और बीएसपी समन्वयक आरएस प्रवीण कुमार की मेजबानी करने वाले एमआरओ को सजा मिली है। प्रवीण कुमार खम्मम में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद हैदराबाद आते समय और नार्कटपल्ली के एक होटल में बैठक में भाग लिया।
पता चला है कि खुफिया सूत्रों ने सरकार को बताया कि बैठक में नार्कटपल्ली तहसीलदार पी राधा मौजूद थी। इतना ही नहीं तहसीलदार राधा ने उन सभी के लिए भोजन की व्यवस्था भी की। इसके चलते केसीआर सरकार ने उसका तबदला कर दिया।
जिलाधीश प्रशांत जीवन पाटिल ने तहसीलदार राधा को नार्कटपल्ली से पेद्दाअडिशर्लापल्ली मंडल को स्थानांतरित करते हुए आदेश जारी किया है। उनकी जगह पेद्दाअडिशर्लापल्ली तहसीलदार देवदासु को नियुक्त किया है।
बुधवार को जब वह कार्यालय पहुंची, तो उसे पता चला है कि उनके स्थानांतरण का आदेश आया है। वह तुरंत पेद्दाअडिशर्लापल्ली एमआरओ कार्यालय के लिए रवाना हो गई। एमआरओ राधा के तबादले पर पर बीएसपी के नेता आरएस प्रवीण कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
प्रवीण कुमार ने चौकाने वाले एक ट्वीस्ट पोस्ट में कहा, “आज एक अच्छे अधिकारी नार्कटपल्ली तहसीलदार श्रीमती राधा का सुदूर मंडल को स्थानांतरित कर दिया गया है। क्या उनके पति हमारी पार्टी में नेता हैं? क्या विपक्ष में होना गुनाह है? केसीआर सरकार को बहुजनों पर इतना गुस्सा क्यों आ रहा है? नलगोंडा सभा शुरुआत मात्र है। ऐसा लगता है कि नलगोंडा सभा को देखकर केसीआर की नींद हराम हो गई है।”