हैदराबाद : कुछ नेता कानून और नियमों का आये दिन उल्लंघन करते पाये जाते हैं। वो मानते है कि कानून और नियम उन्हें कुछ नहीं कर सकते हैं। इतना ही नहीं अपनी गलती को छिपाने के लिए अधिकारियों पर दबाव डालते हैं। मुख्य रूप से यातायात नियमों का उल्लंघन करते और इसके लिए पुलिस को ही जिम्मेदार मानते है। यदि कोई पुलिस अधिकारी जुर्माना लगाने की हिम्मत करता है तो उसके खिलाफ बदले की भावना के तहत उसे स्थानांतरित करते हैं या निलंबित कर दिया जाता है। मगर तेलंगाना के मंत्री केटीआर का रवैया इसके बिल्कुल उलट है। पुलिस अधिकारियों से दोस्ती बात करने वाले केटीआर ने एक बार फिर नई मिसाल पेश की सुर्खियां बटोरी हैं।
गौरतलब है कि गांधी जयंती के अवसर पर मंत्री केटीआर महात्मा को श्रद्धांजलि देने लंगर हाउस के बापूघाट गये थे। वापस जाते समय चालक ने कार को गलत रास्ते से ले लिया। यह देख वहां ड्यूटी पर मौजूद ट्रैफिक एसआई ऐलय्या और कांस्टेबल वेंकटेश्वर ने कार को रोका। मगर उस समय केटीआर कार में नहीं थे। इस दौरान वहां पर उपस्थित टीआरएस के समर्थकों ने मंत्री केटीआर के कार को रोके जाने पर नाराजगी व्यक्त की। यह देख अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और कार को आगे जाने दिया।
इसी क्रम में रांग रूट में आये मंत्री केटीआर के कार को एसआई ऐलय्या ने जुर्मान लगाया। इसकी जानकारी मिलते ही केटीआर ने एसआई ऐलय्या और कांस्टेबल वेंकटेश्वर को सोमवार को अपने कार्यालय बुलाया और जुर्माना लगाने पर बधाई दी। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि आम जनता, सेलिब्रिटी या सत्ता में बैठे नेता हो यातायात के नियम सब के लिए समान हैं। मैं हमेशा यातायात नियमों का पालन करने में सबसे आगे रहता हूं। लेकिन जिस दिन ट्रैफिक पुलिस ने चालान किया उस दिन कार में नहीं था। इस अवसर पर अच्ची ड्यूटी करने पर केटीआर ने एसआई और कांस्टेबल की सराहना की।