हैदराबाद: सोमाजीगुड़ा स्थित होटल कत्रिया (Katriya) में वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय काव्य गोष्ठी का समायोजन किया गया। काव्य गोष्ठी का आयोजन केरल के पीएसीएस ऑनलाइन संगठन के तत्वावधान में और एक्सप्रेस पब्लिकेशंस के प्रमुख गोपकुमार राधाकृष्णन के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
इस वार्षिकोत्सव में श्रीमती डॉ सुमन लता रुद्रावझला, भूतपूर्व रीडर हिंदी महाविध्यालय बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित थी। इनके अलावा गणमान्य आमंत्रित मेहमानों में डॉ सुजाता गोपाल डॉ एल एस आर प्रसाद तथा श्री सुहास भटनागर (नाट्य पटकथा लेखक, दिग्दर्शक एवं निर्देशक) कहानीवाला, काव्य, नाटक, रंगमंच से जुड़े एवं अकादमिक क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्ति उपस्थित थे। द्वीप प्रज्वलन एवं बच्चों के द्वारा गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम आरंभ हुआ।
कार्यक्रम के दौरान वर्ष 2021-22 में प्रायोजित गद्य एवं पद्य के प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया। वर्ष 2021 में शेल्ली हांसेन (ऑस्ट्रेलिया) गद्य के लिए, सुश्री मोनालिसा द्विवेदी (ओडिशा) को पद्य के लिए, वर्ष 2022 में श्री जागर मुखर्जी (कोलकाता) को गद्य के लिए और श्रीमती संतोष बकाया (जयपुर, राजस्थान) को पद्य के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में पांच हजार रुपये और सभी को यथोचित प्रशस्ति पत्रों से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ सुमन लता ने श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि साहित्य और मानवता के बीच के सजीव संबंधों एवं उसके असर का भलीभांति परिचय करवाये। तत्पश्चात डॉ सुजाता कमल ने कहा कि साहित्य की नित प्रतिदिन के जीवन में उपयोग एवं साहित्य के लिए वर्तमान में जिस तरह की संलग्नता की आवश्यकता है उसी के बारे में श्रोताओं को अपने वक्तव्य में प्रश्न्नोत्तरी के द्वारा जोड़कर इस पर गहन चर्चा करवाये। इस दौरान सभा में उपस्थित कवियों ने अपने स्वयं रचित कविताओं का पठन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
कार्यक्रम के पटाक्षेप के पूर्व श्री विनोद कुमार (से नि भा वा सेना) ने कार्यक्रम को संक्षिप्त में समेटते हुए लोगों का ध्यान साहित्य के प्रति जागरूक होने एवं सृजनात्मक योगदान के लिए आह्वाहन किया।