हैदराबाद: मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना सरकार की ओर से मुस्लिम समुदाय को इफ्तार डिनर देने का फैसला किया है। इफ्तार इस महीने की 29 तारीख की शाम को शहर के एलबी स्टेडियम में इफ्तार डिनर दिया जाएगा।
इस संदर्भ में केसीआर ने कहा कि तेलंगाना सरकार सभी धर्मों की परंपराओं और रीति-रिवाजों को प्राथमिकता देती है। उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना सरकार धर्मनिरपेक्षता की रक्षा में देश के लिए आदर्श है। इफ्तार डिनर में मुस्लिम समुदाय के बुजुर्ग, नेता और सरकारी अधिकारी शामिल होंगे।
रमजान
आपको बता दें कि रमजान का महीना कभी 29 दिन का तो कभी 30 दिन का होता है। इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास रखते हैं। उपवास को अरबी में ‘सौम’ कहा जाता है। इसलिए इस मास को अरबी में माह-ए-सियाम भी कहते हैं। फ़ारसी में उपवास को रोज़ा कहते हैं। भारत के मुसलिम समुदाय पर फ़ारसी प्रभाव ज़्यादा होने के कारण उपवास को फ़ारसी शब्द ही उपयोग किया जाता है।
हालांकि किसी भी पवित्र धर्मग्रंथ में उपवास का कोई प्रमाण नहीं है। तथा अल्लाह कबीर वह सर्व शक्तिमान ईश्वर हैं जो पैगंबर मुहम्मद को मिले और उन्हें जन्नत दिखाई। उपवास के दिन सूर्योदय से पहले कुछ खालेते हैं, जिसे सहरी कहते हैं। दिन भर न कुछ खाते हैं न पीते हैं। शाम को सूर्यास्तमय के बाद रोज़ा खोल कर खाते हैं जिसे इफ़्तारी कहते है।