हैदराबाद : भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को भारी गिरावट के चलते निवेशकों को पांच लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सेंसेक्स-निफ्टी 52 हफ्ते के निचले स्तर पर बंद हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार पांचवें दिन बिकवाली देखने को मिली है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1045.60 अंक यानी 1.99 फीसदी की गिरावट के साथ 51,495.79 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 331.55 अंक यानी 2.11 फीसदी टूटकर 15360.60 के स्तर पर बंद हुआ।
कल बाजार बंद होने पर बीएसई में लिस्टेड शेयरों का मार्केट कैप 244.65 लाख करोड़ रुपये था, जो गुरुवार को बाजार में भारी बिकवाली के चलते घटकर 239.20 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। इस तरह एक दिन पहले से तुलना में निवेशकों को करीब पांच लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
शेयर बाजार में मचे कोहराम की बड़ी वजह यूएस फेड रिजर्व के फैसले हैं। दरअसल, आसमान पर पहुंची महंगाई को जमीन पर लाने के लिए अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार देर रात ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी। यह 28 साल में सबसे ज्यादा है। फेड रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने आगे भी ऐसी ही बढ़ोतरी करने का संकेत दिया है।
मनी-कंट्रोल से बातचीत करते हुए कैटेलिस्ट वेल्थ के प्रशांत सावंत ने कहा कि निफ्टी में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। जब तक निफ्टी 16200 के ऊपर कारोबार करना शुरू नहीं करता है तब तक इसमें तेजी की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसमें हर उछाल पर बिकवाली करनी चाहिए।
इसमें 15,250 के स्तर पर अच्छा सपोर्ट नजर आ रहा है। अगर बाजार में इसी तरह से गिरावट रही और निफ्टी इस लेवल को तोड़ता है तो इसमें 14,700 के स्तर भी देखने को भी मिल सकते हैं। वैसे फिलहाल निफ्टी में उछाल पर बिकवाली करने की सलाह रहेगी। (एजेंसियां)