हैदराबाद : शनिवार को रक्षा मंत्रालय के उपक्रम मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानि) में मिधानि की राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वावधान में कर्मचारियों के लिए एक पूर्ण दिवसीय हिंदी कार्यशाला का आयोजन संपन्न हुआ।
प्रथम सत्र में आरसीआई के सहायक निदेशक (राजभाषा) काज़िम अहमद ने ‘राजभाषा कार्यान्वयन क्यों और कैसे’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्ति किए। उन्होंने रोल-प्ले के माध्यम से प्रतिभागियों को समझाने का प्रयास किया कि कार्यालयीन संप्रेषण में अभिधात्मक भाषा का प्रयोग किया जाना चाहिए।
संघ के शासकीय कार्यों के लिए राजभाषा के रूप में हिंदी को चुनने के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने राजभाषा में कार्यालय के कामकाज में हिंदी का प्रयोग करने के लिए प्रतिभागियों को प्रेरित किया। प्रतिभागियों को राजभाषा हिंदी संबंधी संवैधानिक प्रावधानों की जानकारी देते हुए उन्होंने राजभाषा कार्यान्वयन में सरकारी कर्मचारियों के दायित्वों से अवगत कराया।
द्वितीय सत्र में डॉ. अर्चना पांडेय, सहायक निदेशक (राजभाषा), डीआरडीएल ने ‘राजभाषा और टिप्पणी लेखन’ पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान कार्यालय में प्रयुक्त प्रशासनिक टिप्पणियों से परिचय कराते हुए प्रतिभागियों को हिंदी – अंग्रेजी प्रशासनिक टिप्पणी लेखन का अभ्यास कराया।
उन्होंने प्रतिभागियों को कार्यालयीन हिंदी में प्रयुक्त होने वाली विभिन्न प्रशासनिक शब्दों से परिचय कराया। राजभाषा विभाग द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम में उल्लेखित राजभाषा संबंधी लक्ष्यों की जानकारी दी। डॉ. पांडेय ने प्रतिभागियों को राजभाषा में काम करने हेतु शपथ भी दिलाई।
कार्यशाला के आरंभ में उद्यम के उप प्रबंधक (हिंदी अनुभाग एवं निगम संचार) डॉ. बी. बालाजी ने हिंदी कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य को स्पष्ट किया। कार्यालय में लागू हिंदी की विभिन्न योजनाओं का परिचय देकर प्रतिभागियों को राजभाषा हिंदी में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला के सफल आयोजन में हिंदी विभाग की श्रीमती डी रत्नाकुमारी, कनिष्ठ कार्यपालक (एनयूएस) का सक्रिय सहयोग रहा।
Hindi Workshop Conducted In MIDHANI
Hyderabad : Today, a full-day Hindi workshop was organized for the employees under the aegis of the Official Language Implementation Committee of MIDHANI at Mishra Dhatu Nigam Limited (MIDHANI), an
undertaking of the Ministry of Defence. Govt. of India.
In the first session, Assistant Director (Official Language), RCI, Kazim Ahmed delivered a lecture on the
topic “Why and How to implement Official Language”. Highlighting the importance of language during
his lecture, he expressed his views on the need for implementation of official language Hindi. He tried to
convince the participants through role-play that conceptual language should be used in official
communication.
He gave information about the history of choosing Hindi as the official language for the
official purposes of the Union. He motivated the participants to use Hindi in official communication.
Informing the participants about the constitutional provisions related to the official language Hindi, he
apprised them about the responsibilities of the government employees in the implementation of the
official language.
In the second session, Dr. Archana Pandey, Assistant Director (Official Language), DRDL expressed her
views on “Official Language and Note Writing”. During her lecture, she presented various types
administrative notes used in the office and made the participants practice Hindi-English administrative
them. She stressed the usage of Official language Hindi in official work and explained the art of using
administrative terms while writing notes on files.
She has also informed the participants about the targets pertaining to official language mentioned in the annual program issued by the Department of Official Language. Dr. Pandey administered oath to the participants to work in official language.
At the beginning of the workshop, Deputy Manager (Hindi Section and Corporate Communications),
Dr.B. Balaji explained the purpose of organizing the Hindi workshop. By introducing various schemes of
Hindi implemented in the office, the participants were motivated to work in official language Hindi. Mrs.
D. Ratnakumari, Junior Executive (NUS) of the Department of Hindi, actively supported to conduct the
the Hindi workshop successfully.