अमरावती : आंध्र प्रदेश में पिछले कुछ सालों से गांजा (कैनबिस) तस्करी के मामले बढ़ रहे हैं। पुलिस जगह-जगह पर तलाशी अभियान चला रही है। गांजा तस्करी पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है। लेकिन आसानी से पैसे कमाने के आदी हो चुके तस्कर नये-नये तरीके अपना रहे हैं। ऐसा करके पुलिस को चकमा देकर गांजा की तस्करी कर रहे हैं।
हाल ही में आरटीसी बस में गांजा की तस्करी करने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके अलावा पूर्वी गोदावरी जिला पुलिस ने कुछ दिन पहले एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो बोरवेल लॉरी में अप्रत्याशित रूप से गांजा ले जा रहा था। इसी बीच पूर्वी गोदावरी जिले में भगवान की आड़ में गांजा की तस्करी करने वालों को पकड़ा गया।
मिली जानकारी के अनुसार, पूर्वी गोदावरी जिले के किर्लमपुडी मंडल के बुरुगुपुडी के पास भगवान के फोटों चिपकायें पांच लकड़ी के बक्सों के साथ एक ऑटो विशाखापट्टणम से तमिलनाडु की ओर जा रहा था। पुलिस ने संदेह के चलते ऑटो को रोका और लकड़ी के बक्सों की तलाशी ली। इस दौरान पांच बक्सों में से 122 किलो गांजा पाया है।
पुलिस ने गांजा के साथ 30 हजार रुपये नकद और ऑटो को जब्त किया है। इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये आरोपियों की पहचान तमिलनाडु निवासी सेल्वम औल रौतुलपुडी मंडल के ऋगवरम गांव निवासी गाजी वेंकट रमणा के रूप में की गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।