हैदराबाद: केसीआर सरकार ने हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र में नयी कल्याणकारी योजना ‘दलित बंधु योजना” को लागू करने के लिए 500 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री केसीआर का यह आदेश विपक्ष की कड़ी निंदा के बीच आया है।
विपक्ष ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर हुजूराबाद में होने वाले उपचुनाव में राजनीतिक फायदा लेने के इरादे से योजना लागू करने का आरोप लगाया है। यह सीट पूर्व मंत्री ईटेला राजेंद्र के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण रिक्त हुआ है।
दलित बंधु योजना के अंतर्गत हर दलित परिवार को 10-10 लाख रुपये मिलेंगे। इससे दलित परिवार अपनी इच्छा से स्वयं स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं। तेलंगाना सरकार ने मुख्यमंत्री की ओर से गोद लिए गये यादगिरी जिले के गांव से इस योजना को शुरू करने का आदेश जारी किया था। इसके साथ ही सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत हुई।
दूसरी ओर आदिलाबाद जिले के इंद्रवेलल्ली में जनसभा को संबोधित करते हुए तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि हुजूराबाद में उपचुनाव को ध्यान में रखकर ही दलित बंधु योजना को लागू की गई है। रेड्डी ने आरोप लगया कि मुख्यमंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि वह राजनीतिक कर रहे हैं और उनकी योजनाएं चुनाव में मत हासिल करना मात्र है।
तेलंगाना में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता के कृष्ण सागर राव ने मुख्यमंत्री को ‘राजनीतिक अवसरवादी; करार दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर को करदाताओं के कर से राजकोष में जमा धन राशि का मतदाताओं को रिश्वत देने की आदत हो गई है।
जारी राशि से हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र के 5,000 परिवारों को 10-10 लाख रुपये दिया जाएगा। इसके चलते हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र समेत पूरे तेलंगाना में दलित समुदाय के लोग नाच उठे। आतिशबााजी और मिठाई बांटी।