हैदराबादग: देश में दुर्गा पूजा उत्सव के अंतिम विसर्जन के दौरान अप्रिय घटनाएं घटी है। देश में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान 15 लोगों की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और राजस्थान राज्यों में दुर्गा माता की मूर्तियों के विसर्जन के दौरान दुर्घटनाओं में इन लोगों की मौत हो गई।
बुधवार की रात पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी शहर के पास माल नदी में देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के दौरान अचानक बाढ़ आ गई। विसर्जन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मल नदी के तट पर जमा हुए। इस बाढ़ में कई श्रद्धालु बह गये। स्थानीय जिलाधिकारी मौमिता गोदारा बसु ने बताया कि सात शव बरामद कर लिए गए हैं और 15 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जिलाधिकारियों ने बताया कि नदी किनारे यानी बाढ़ में फंसे 60 लोगों को बचाया गया है। भारी बारिश के कारण मल नदी में अचानक बाढ़ आ गई और यह घटना घटी। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान यमुना नदी में दो युवक डूब गये। राजस्थान के अजमेर जिले में बाढ़ के पानी में छह लोग डूब गये।
जलपाईगुड़ी में बुधवार रात करीब 9.15 बजे सैकड़ों लोग दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए माल नदी के किनारों पर इकट्ठा हुए थे। इस दौरान अचानक से आई बाढ़ में कई लोग बह गए। प्रशासन ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए 60 लोगों को बचा लिया और उनमें से करीब 15 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, आठ लोगों को नहीं बचाया जा सका और उनकी डूबने से मौत हो गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलपाईगुड़ी में हादसे का शिकार हुए लोगों की मौत पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान हुई दुर्घटना से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। बता दें कि राज्य में पिछले हफ्ते से लगातार हो रही बारिश को अचानक आई बाढ़ का कारण माना जा रहा है। प्रशासन अभी भी राहत और बचाव कार्य चला रहा है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में मूर्ति विसर्जन के दौरान यमुना नदी में डूबने से एक नाबालिग समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि देर रात तक चले राहत अभियान में किसी को भी नहीं बचाया जा सका।
राजस्थान के अलवर में हुए ऐसे ही एक हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। यहां बारिश के पानी से भरे एक गहरे गड्ढे में मूर्ति विसर्जन करने आए छह लोग डूब गए। पुलिस ने बताया कि हर साल यहां मूर्ति विसर्जन होता है। इस बार लोगों ने सोचना कि गड्ढा ज्यादा गहरा नहीं है। इसके चलते वो इसमें उतर गए और डूब गए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। गौरतलब है कि गणेश निमाज्जनोत्सवम में भी 20 लोगों की मौत हुई थी। (एजेंसियां)
(एजेंसियां)