प्रति वर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में मनाया जाता है। यह दिन पिताओं को समर्पित होता है, पिता के प्रति सम्मान और प्यार व्यक्त करने के लिए दुनिया भर में लोग इस दिन को काफी धूमधाम से मनाते हैं। पहले सिर्फ विदेशों में ही इस दिन को मनाया जाता था, लेकिन अब हमारे देश में भी लोग इस दिन को बहुत अच्छे तरीके से मनाते हैं।
फादर्स डे अलग-अलग दिन मनाया जाता
दुनियाभर के देशों में फादर्स डे अलग-अलग दिन मनाया जाता है। भारत समेत बहुत से देशों में फादर्स डे जून माह के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। जबकि स्पेन और पुर्तगाल में इस दिन को 8 अगस्त को मनाया जाता है। वहीं, थाईलैंड में फादर्स डे 5 दिसंबर को मनाया जाता है।
फादर्स डे का संक्षिप्त इतिहास
माना जाता है कि फादर्स डे सबसे पहले पश्चिम वर्जीनिया के फेयरमोंट में 19 जून 1910 को मनाया गया था। 6 दिसम्बर 1907 को मोनोंगाह, पश्चिम वर्जीनिया में एक खान दुर्घटना में मारे गए 210 पिताओं के सम्मान में इस विशेष दिवस का आयोजन लग्रेस गोल्डन क्लेटन ने किया था।
पिता को सम्मान
इससे जुड़ी एक और कहानी के मुताबिक, फादर्स डे मनाने के पीछे की स्टोरी अमेरिकी गृहयुद्ध के दिग्गज विलियम जैक्सन स्मार्ट की बेटी सोनोरा से जुड़ी है। वॉशिंगटन के स्पोकेन में रहने वाली सोनोरा की मां की छठे बच्चे को जन्म देते समय मौत हो गई थी। सोनोरा ने अपने छोटे भाइयों को अपने पिता के साथ मिलकर पाला। सोनोरा के पिता जिस प्रकार सभी बच्चों की देखभाल करते थे, उसे देखते हुए सोनोरा अपने पिता को सम्मान देना चाहती थी।
एक धर्मोपदेश को सुनने के बाद
1909 में स्पोकाने के सेंट्रल मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च के बिशप की ओर से मदर्स डे पर दिए गए एक धर्मोपदेश को सुनने के बाद सोनोरा को लगा कि पिताओं को भी सम्मान मिलना चाहिए। इसके लिए उसने स्पोकेन मिनिस्टीरियल एलायंस से संपर्क किया और उनसे अपने पिता के जन्म दिन, 5 जून को दुनिया भर के पिताओं को सम्मानित करने के लिए फादर्स डे के रूप में मान्यता देने के लिए कहा।
जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता
हर साल फादर्स डे जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। फादर्स डे एक ऐसा अवसर है जो पिताजी को विशेष महसूस कराने और पूरे परिवार के लिए उनके योगदान का एहसान मानने और उन्हें सम्मानित करने का अवसर लेकर आता है और हमें हमारे जीवन में पिता का महत्व समझाता है। इस दिन अपने पिता को खास महसूस करवाने के लिए कुछ ऐसा करना चाहिए कि उन्हें लगे कि उनकी संतान उनके अस्तित्व को और उनके महत्व को समझ रही है। आइए जानते हैं कि यह सब कैसे करें-
बेस्ट पापा का अहसास
जिस इंसान ने जिंदगी भर आपका साथ दिया और जीवन में आपको सही-गलत की पहचान करना सिखाया। उसके सामने कुछ ऐसा व्यक्त करें कि उसे अपने संस्कारों पर गर्व हो। यह इसलिए भी जरूरी है कि आप में संस्कारों का बीजारोपण करने के साथ ही आपको सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाने में आपके पिता की भूमिका सबसे अहम है और उन्हें बेस्ट पापा का अहसास कराने के लिए यह सबसे बेहतर मौका है।
बेहतर तोहफा
फादर्स डे मनाने का मतलब सिर्फ उसे सेलिब्रेट करना ही नहीं है, बल्कि उन्हें यह बताने का मौका है कि उनके कार्य कितने अतुलनीय हैं। इस दिन उन्हें अहसास दिलाना चाहिए कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और उनके कितने करीब हैं। एक अच्छी संतान होने के नाते आपका फर्ज है कि आप अपने पिता को यह अहसास दिलाएं कि उनकी परवरिश से ही वह आज एक सफल इंसान बने हैं। इससे बेहतर तोहफा शायद उनके लिए कुछ और नहीं हो सकता।
पुरानी यादें ताजा करें
यदि आप अपने माता-पिता से अलग रहते हैं और पापा से नहीं मिल पाते हैं तो इस दिन उनके साथ डिनर पर जाएं और अपनी सफलताओं से उन्हें बेस्ट पापा होने का अहसास कराएं। इसके साथ ही पापा के साथ पुरानी यादें ताजा करें, यह भी उनके लिए काफी यादगार होगा। पिता दिन-रात अपने बच्चों के लिए ही मेहनत करते हैं और उन्हें वे हर खुशी देना चाहते है जो उन्हें कभी नहीं मिली।
पिता के बिना जीवन अधूरा
पिता के बिना जीवन अधूरा होता है। जीवन में माता के साथ-साथ पिता का होना अति आवश्यक है। अगर आपके सिर पर पिता का साया है तो आप दुनिया के सबसे खुश इंसान हैं, क्योंकि माता जितनी आपकी फिक्र करती है, पिता भी उससे कहीं अधिक अपने बच्चों का पूरी तरह ध्यान रखते हैं। अत: पिता को सम्मान दें, उनका कहा मानें और उन्हें हमेशा गर्व महसूस कराएं कि वे आपके पिता है।

– लेखिका सरिता सुराणा
स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखिका
हैदराबाद