हैदराबाद : तेलंगाना में नये साल का जश्न हैदराबाद शहर को तबाह करने जैसा दिखाई दे रहा है। जैसा कि पहले से संदेह व्यक्त किया जा रहा था कि नये साल जश्न के बाद तेलंगाना में कोरोना मामलों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। कुछ वैसा ही माहौल दिखाई दे रहा है। अलग-अलग इलाकों में नये साल का लुत्फ उठा चुके लोग हैदराबाद लौट आ रहे हैं। इसके चलते तेलंगाना में कोरोना के मामले में तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिन से 300 के आसपास मामले दर्ज होते थे। सोमवार को एक ही दिन 500 के करीब कोरोना के मामले दर्ज किये गये।
सोमवार को तेलंगाना में जहां 482 पॉजिटिव मामले दर्ज किये गये, वहीं हैदराबाद, रंगारेड्डी और मेडचल जिलों में सबसे ज्यादा 397 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। जबकि दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक हर दिन मामलों की औसतन संख्या हर सप्ताह 100 से कम थी, चौथे सप्ताह क्रिसमस और 31 दिसंबर के बाद वायरस और भी तेजी से फैल गया है।
हैदराबाद के कई लोग नए साल के जश्न मनाने के लिए गोवा गए थे। तेलंगाना में प्रतिबंध लगाने के कारण लोग गोवा जाकर नये साल का आनंद उठाया। 31 सितंबर की रात को गोवा के विभिन्न समुद्र तटों पर जश्न मनाने के लिए हजारों पर्यटक उमड़ पड़े। तेलुगु राज्यों के कई लोग जो वहां गए थे, वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
हाल ही में नए साल के लिए गोवा संगीत समारोह में भाग लेने के लिए गए हैदराबाद के कुछ युवक कोविड पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से गोवा जाने वालों में अब तक 32 कोरोना पॉजिटिव पाये गये। चिंता की बात यह है कि वायरस संक्रमित कुछ मरीज टीका की दो खुराक ले चुके हैं।
डेल्टा के साथ ओमिक्रॉन के मामलों में बढ़ोत्तरी होने के चलते तेलंगाना सरकार सतर्क हो गई। महाराष्ट्र और सीमांत क्षेत्र राज्यों के कोरोना पीड़ित इलाज के लिए हैदराबाद आ रहे हैं। उनके साथ रिश्तेदार सहायक के रूप में आ रहे हैं। यह सहायक सामान्य मरीजों में ही टहल रहे हैं। इन सहायकों के जरिए अन्य रोगी वायरस संक्रमित हो रहा हैं। इसके चलते पुलिस अन्य राज्यों से आये लोगों पर कड़ी नजर रखी हैं। फिर भी पूरी तरह से नियंत्रित नहीं किया जा रहा है। मरीज व उनके सहायक बाहर न फिर पाये इसके लिए कदम उठा रहे हैं।
हाल ही में विदेश से शमशाबाद हवाईअड्डे पर पहुंचे 423 लोगों में से 23 में कोविड-19 की पुष्टि हुई हैं। इन सभी को टिम्स में भर्ती किया गया हैं। इन संक्रमितों में कौन-सा वायरस है इसका पता लगाने के लिए नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) भेजा गया है। फिलहाल तेलंगाना में 53 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है।