अमरावती : पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गजपति राजू के खिलाफ अनेक सेक्शनों के तहत मामला दर्ज किया गया। हाल ही में विजयनगरम जिले के नेल्लिमर्ला मंडल के रामतीर्थ स्थित कोदंडराम मंदिर के पुनर्माण के शिलान्यास के दौरान तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी।
इस दौरान गजपति राजू ने कहा, “मैं मंदिर का प्रमुख हूं। मगर मुझे शिलान्यास के दौरान नहीं बुलाया गया। मंदिर बोर्ड के सदस्यों ने मनमानी की। इतना नहीं शिलान्यास के बोर्ड पर मेरा नाम भी नहीं लिखा है।”
इसके बाद गजपति राजू ने मंदिर के बोर्ड को बाजू रखने की कोशिश की। यह देख अधिकारियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई। इसके चलते मंदिर के कार्यकारी अधिकारी प्रसाद राव ने गजपति राजू के खिलाफ शिकायत की। कार्यकारी अधिकारी की शिकायत पर नेल्लिमर्ला पुलिस ने अशोक गजपति राजू के खिलाफ अनेक सेक्शनों के तहत मामला दर्ज किया है।
इसी क्रम में अशोक गजपति राजू ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार उनके खिलाफ जानबूझकर मामला दर्ज किया है। धर्मस्व मंत्री जिस तरह भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वह मुझे नहीं आती है। मंदिर के लिए भगवान ही मालिक होता है। मैं मंदिर के बोर्ड के सदस्यों से कहा था कि मंदिर निर्माण कार्य के बारे जानकारी दें। मगर बोर्ड के सदस्यों ने ऐसा नहीं किया है। नेताओं ने मंदिर की प्रतिष्ठा को भंग किया है।