हैदराबाद: पोषण माह पहल भारत सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) के तहत शुरू किया गया एक प्रमुख अभियान है। ब्रह्म प्रकाश डी.ए.वी. स्कूल ने प्रधानाचार्य वी. एस. प्रशांत और स्कूल के विज्ञान विभाग के सदस्यों के कुशल मार्गदर्शन में तीन दिवसीय गतिविधियों का आयोजन किया।
4 दिसंबर को ब्रह्म प्रकाश डी.ए.वी. स्कूल ने बड़े उत्साह के साथ अपने पोषण माह पहल का उद्घाटन किया। दिन की शुरुआत छात्रों द्वारा पोषण शपथ लेने के साथ हुई, जिसमें उन्होंने स्वस्थ खाने की आदतें अपनाने और अपने परिवारों और समुदायों में पोषण संबंधी जागरूकता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई।
5 दिसंबर को यानी दूसरे दिन एक पर्यावरण अनुकूल गतिविधि देखी गई, जिसमें छात्रों ने स्कूल परिसर में पौधारोपण अभियान में भाग लिया। इस गतिविधि का उद्देश्य स्थायी प्रथाओं और बेहतर पोषण के बीच संबंध के बारे में जागरूकता फैलाना था। छात्रों ने अपने शिक्षकों के साथ मिलकर विभिन्न फलदार और औषधीय पौधे लगाए, जो ताजे और प्राकृतिक खाद्य स्रोतों के महत्व का प्रतीक हैं।
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6 दिसंबर को अर्थात अंतिम दिन “श्री अन्ना : पोषक तत्वों का भंडार” विषय पर निबंध लेखन और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। छात्रों ने बाजरे के बारे में अपनी समझ का प्रदर्शन किया, जिसे श्री अन्ना के नाम से भी जाना जाता है। प्रतियोगिता ने दैनिक आहार में पारंपरिक सुपरफूड के उपयोग को बढ़ावा देते हुए आलोचनात्मक सोच और रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया।
सहायक क्षेत्रीय अधिकारिणी श्रीमती के. आनंदवल्ली जी तथा फाइनेंस डायरेक्टर (मिधानि) और स्कूल-चेयरमैन सी. ए. एन. गौरी शंकर राव ने सभी को शुभकामनाएँ दीं तथा स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। एल एम सी (बी डी एल तथा मिधानि) के सदस्यों ने भी इस पहल को प्रशंसनीय बताया।
कुल मिलाकर ब्रह्म प्रकाश डी.ए.वी. स्कूल में पोषण माह का तीन दिवसीय उत्सव पोषण, पर्यावरणीय स्थिरता और पारंपरिक आहार प्रथाओं के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक कदम था। इसने जिम्मेदार और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नागरिकों के पोषण के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।