हैदराबाद : हुजूराबाद उपचुनाव के नतीजे को लेकर बड़े पैमाने पर सट्टा (betting) लगाया जा रहा है। मतदान समाप्त होने के बाद से कौन जीतेगा? कौन हारेगा? इस बात को लेकर एक-एक व्यक्ति 10 से 25 लाख रुपये तक का सट्टा लगा चुका और लगा रहा है। कुछ सट्टेबाज तो करोड़ों रुपये का सट्टा लगाया और लगा रहे हैं। पहले प्री-पोल तक बेटिंग चला था। अब पोस्ट-पोल बेटिंग लगाया जा रहा है।
मुख्य रूप से बीजेपी और टीआरएस उम्मीदवारों की जीत और हार को लेकर सट्टा लगाया जा रहा है। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के साथ-साथ पड़ोसी राज्य और विदेशों में सट्टा लगाया जा रहा है। हैदराबाद के कुछ नेताओं ने दो उम्मीदवारों पर चुनाव से पहले ही करोड़ों रुपये का सट्टा लगा चुके हैं। चुनाव खत्म होने के बाद भी इन दो उम्मीदवारों पर समान रूप से सट्टा लगा रहे हैं। सट्टा सिर्फ जीत और हार तक सीमित नहीं है, बल्कि उम्मीदवारों के बहुमत पर भी लगाया जा रहा है।
खबरे आ रही है कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बेट्टिंग लगा रहे हैं। तेलंगाना के सभी जिलों में सट्टा लगाया जा रहा है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा, नेल्लोर, विशाखापट्टणम, गुंटूर, कडप्पा और कर्नूल, दोनों गोदावरी जिलों में सबसे अधिक दांव लगाये जा रहे है। महाराष्ट्र के मुंबई, नांदेड़, सोलापुर और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में सट्टा लगाया जा रहा है। साथ ही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और खाड़ी देशों में तेलुगु लोग सट्टा लगा रहे हैं।
पूर्व मंत्री ईटेला राजेंदर के इस्तीफे के कारण आया हुजूराबाद उपचुनाव पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना है। टीआरएस ने बीजेपी के उम्मीदवार ईटेला को हराने के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया। उपचुनाव के मतदान के समय तक गिने-चुने लोग ही ईटेला के साथ रह गये। खुफिया और निजी सर्वेक्षणों ने दावा किया कि बीजेपी और टीआरएस के बीच काटे की टक्कर है। इसी के आधार पर सट्टा लगाया जा रहा है। मंगलवार को वोटों की गिनती शुरू होगी और अंतिम परिणाम आने तक सट्टेबाजी जारी रहने की संभावना है।