स्वतंत्रता दिवस-2021 पर विशेष: अमृत महोत्सव लोगों में देश भक्ति की भावना पैदा करता है

क्रांतिवीर मंगल पांडे ने स्वतंत्रता के लिए मशाल जलाई। देश के विभिन्न प्रांतों से अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत को आजादी दिलाने के लिए कई संघर्षों का सामना किया। महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, असफाक उल्ला खां, बटुकेश्वर दत्त, रानी लक्ष्मीबाई, सुभाषचंद्र बोस, सरदार पटेल आदि के द्वारा आजादी की लड़ाई लड़ी गई थी। इन शहीदों के आत्म-बलिदान के फलस्वरूप हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ।

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) लोगों में देश भक्ति की भावना पैदा करता है। यह लोगों को एकजुट करता है। यह महसूस कराता है कि हम एक राष्ट्र हैं। जहां कई भाषाएं, धर्म व सांस्कृतिक मूल्य हैं। अनेकता में एकता- भारत का प्रमुख सारतत्व व शक्ति है। परंतु हमें याद रखना होगा कि आजादी हक भी और अपनी जिम्मेदारी भी है।

भारत ने पूरे विश्व में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का आदर्श प्रस्तुत किया। हमारी राष्ट्रीय भावना-सामूहिक संकल्प शक्ति का प्रतीक है। इसलिए पंडित नेहरू ने कहा था कि भारत वैसा ही होगा, जैसे हम हैं। भारत की तस्वीर हमारे विचारों और कर्म से बनेगी। देश आजाद हुआ। पंचवर्षीय योजना के तहत देश में विदेशी सहयोग से बडे-बडे उद्योग, नदियों पर बांध का निर्माण किया गया। शिक्षा, जन स्वास्थ्य व रोजगार के साधन जुटाने के लिए स्वयं-रोजगार व सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों में सुशिक्षित युवाओं को नौकरियां दिये जाने के लिए प्रयास किये गये।

भारत का विकास तभी संभव है जब कृषिमूलक समाज की आर्थिक शक्ति में वृद्धि होगी। केन्द्र सरकार द्वारा लाया गया नया किसान बिल का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हिन्दी व भारतीय भाषाओं को वरीयता दिये जाने का प्रावधान किया गया है। यह भारतीय भाषाओं की खुशहाली का समय है। स्मार्ट फोन द्वारा डिजिटल शिक्षा, वोकल से लोकल, स्वदेशी वस्तुओं को खरीदने के संकल्प के साथ आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के तहत उठाया गया बडा कदम है। स्किल इंडिया, स्टार्टअप व मुद्रा योजना का उद्देश्य-स्वयं रोजगार दिलाना है।

भारत सरकार ने गरीबों व निचले तबके के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए ‘आयुष्मान स्वास्थ्य योजना’ की शुरुआत की है।
कोरोना महामारी के समय देश में विकसित वैक्सीन से देश की जनता का टीकाकरण कार्यक्रम सुचारू रूप से चल रहा है। वहीं दुनिया के देशों को इसकी आपूर्ति द्वारा विदेशी मुद्रा की प्राप्ति हुई है। खेलो इंडिया कार्यक्रम से एक नयी खेल संस्कृति विकसित होने की उम्मीद बंधी है। टोक्यो ओलंपिक-2020 में सात पदक प्राप्त करना इतिहास में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। 41 सालों बाद हाकी में रजत पदक से और पदकों की संभावनाएं बढ़ी है। रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, डिजिटल लेन-देन, कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ भारत प्रगति के पथ पर अग्रसर है।

– गजानन पाण्डेय, हैदराबाद की कलम से…

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