हैदराबाद: विहंगम योग संत समाज (हैदराबाद) द्वारा एक कुण्डीय विश्व शांति वैदिक महायज्ञ एवं सत्संग का आयोजन सैदाबाद, स्थित आश्रम पर किया गया। सत्संग का प्रारंभ स्वागत गान, मंगल गान, स्वर्वेद महाग्रंथ पाठ के साथ हुआ।
यज्ञ में मंत्रों द्वारा पड़ने वाली आहुतियों से वातावरण शुद्ध होता है। सब संताप मिट जाते हैं। मन से पाप अत्याचार की भावना मिट जाती है एवं हमारी मनोकामना पूर्ण होती है।
विधार्थी मोहित कुमार ने सत्संग में बताया कि जीव दुःख – सुख अपने कर्मों से पाता है शुभ कर्मों को भक्ति नहीं कह सकते, भगवान जो सबका परम पिता है वह कभी नहीं चाहेगा कि मेरे पुत्र कष्ट में रहे। पर जीव अपने ही कर्मों के बन्धन से बंधा है। कर्मन की अज्ञान की जड़ चेतन की ग्रन्थि, में पड़ा है। इसलिए बिना सद्गुरु के कृपा और सद्गुरु के भेद युक्ति से जीव बन्धन दुःख से नहीं छुट सकता।
सत्संग में सुशील अन्ने, सुभाष अग्रवाल, देवेन्द्र अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, बिशन लाल संघी, राम किशन भूरिया, आलोक अवस्थी, काशी राम, मुकेश अग्रवाल, शिव कुमार अग्रवाल, रमाकांत अग्रवाल, चंदन कुमार, अनूप कुमार, महेश दूबे, मंटूकेसरी, गुड़िया केसरी, डॉ. शशिकला आदि गुरु भाई एवं बहन उपस्थित रहे। वंदना, आरती, शांति पाठ एवं महा प्रसाद वितरण के साथ सत्संग का समापन हुआ।