హైదరాబాద్: కేంద్రీయ హిందీ సంస్థాన్, హైదరాబాద్ సెంటర్ గోవా రాష్ట్రంలోని సెకండరీ హిందీ ఉపాధ్యాయుల ప్రత్యేక హిందీ శిక్షణ కోసం 456వ రిఫ్రెషర్ కోర్సును ఫిబ్రవరి 20 నుండి మార్చి 3 వరకు గోవాలోని పోర్వోరిమ్లోని SCERT ఆడిటోరియంలో నిర్వహించనుంది. ఈ కోర్సును గోవాలోని పోర్వోరిమ్లోని SCERT డైరెక్టర్/ఆపరేటర్ డాక్టర్ నాగరాజు హొన్నెకారి ప్రారంభించారు.
हैदराबाद : केंद्रीय हिंदी संस्थान, हैदराबाद केंद्र द्वारा गोवा राज्य के माध्यमिक हिंदी अध्यापकों के विशेष हिंदी प्रशिक्षण के लिए 20 फरवरी से 3 मार्च तक एससीईआरटी, पोरवोरिम, गोवा के सभागार में 456वें नवीकरण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पाठ्यक्रम का उद्घाटन एससीईआरटी, पोरवोरिम, गोवा के निदेशक/संचालक डॉ. नागराज होन्नेकरी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय हिंदी संस्थान, हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वानोडे ने की। कार्यक्रम का संचालन एससीईआरटी, गोवा के अधिकारी डॉ. गोपाल प्रधान ने किया। मंच पर उपस्थित अतिथि अध्यापक डॉ. साईनाथ चपले तथा संस्थान के सदस्य श्री संदीप कुमार रहे हैं।
एससीईआरटी, गोवा के संचालक डॉ. नागराज होन्नेकरी ने अपने उद्घाटन वक्तव्य में हिंदी अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के मन में हिंदी भाषा एवं विषय के प्रति आस्था जगाने का महत्वपूर्ण कार्य गोवा राज्य के हिंदी अध्यापकों ने करना चाहिए। विद्यार्थियों में रूचि उत्पन्न करने के लिए हिंदी शिक्षण को सहज, सरल एवं रूचिकर बनाना चाहिए।
अध्यक्षीय वक्तव्य में क्षेत्रीय निदेशक डॉ. वानोडे ने कहा कि सभी अध्यापकों को हिंदी भाषा का शिक्षण करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। उच्चारण और लेखन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शिक्षा को मनोरंजनात्मक (एडुटेनमेंट/शिक्षारंजन) तरीके से प्रस्तुत कर विद्यार्थियों में रूचि एवं जिज्ञासा उत्पन्न करना चाहिए। उन्होंने बताया कि नवीकरण पाठ्यक्रम के दौरान हिंदी ध्वनि व्यवस्था, उच्चारण, लेखन, भाषा कौशल, भाषा शिक्षण, साहित्य शिक्षण, भाषा परिमार्जन हिंदी शिक्षण में प्रौद्योगिकी का प्रयोग, प्रयोजनमूलक हिंदी, हिंदी साहित्य का संक्षिप्त इतिहास, हिंदी व्याकरण तथा उसके विविध आयामों पर चर्चा की जाएगी।
इस दौरान कार्यक्रम में एससीईआरटी, गोवा के सदस्य गण, बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्य सुनील शेट तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस पाठ्यक्रम में कुल 61 हिंदी अध्यापकों ने प्रवेश लिया हैं। इसमें 50 महिला अध्यापक तथा 11 पुरुष अध्यापक सम्मिलित हैं। यह पाठ्यक्रम तीन मार्च तक चलेगा