हैदराबाद: सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में जारी आगजनी और हिंसा पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने दुख जताया है। साथ ही कहा कि इस योजना के तहत ट्रेनिंग पाने वाले नौजवानों को अपनी महिंद्रा ग्रुप में नौकरी देने की पेशकश की है। आनंद महेंद्र ने यह पेशकश ऐसे समय दी जहां अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन के बीच सरकार और विभिन्न मंत्रालय तमाम रियायतों का ऐलान कर चुके हैं। इसके बावजूद योजना के विरोध में सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है।
आनंद महिंद्रा ने सोमवार सुबह ट्वीट करके लिखा कि अग्निपथ योजना को लेकर जारी विरोध से दुखी हूं। बीते साल जब इस योजना का विचार सामने आया था, तब मैंने कहा था और अब मैं फिर दोहराता हूं कि इसके तहत अग्निवीर जो अनुशासन और कौशल सीखेंगे, वह उन्हें रोजगार के बेहतरीन मौके उपलब्ध कराएगा। महिंद्रा ग्रुप ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती का स्वागत करता है।
आनंद महिंद्रा के इस ऐलान का ट्विटर पर अधिकतर लोगों ने स्वागत किया। एक यूजर ने सवाल पूछा कि महिंद्रा ग्रुप में अग्निवीरों को क्या पोस्ट दी जाएगी? इसके जवाब में आनंद महिंद्रा ने कहा कि कॉरपोरेट सेक्टर में अग्निवीरों के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि लीडरशिप, टीमवर्क और फिजिकल ट्रेनिंग की बदौलत अग्निवीर के रूप में इंडस्ट्री को बाजार के हिसाब से पहले से तैयार प्रोफेशनल्स मिलेंगे। संचालन से लेकर प्रशासन और सप्लाई चेन मैनेजमेंट तक का पूरा बाजार उनके लिए खुला रहेगा।
गौरतलब है कि थलसेना, वायुसेना और नौसेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के तहत शुरू में चार साल के लिए युवाओं को रखा जाएगा। ट्रेनिंग के बाद उन्हें तैनाती मिलेगी। चार साल के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना मे आगे रखा जाएगा। इस योजना का विरोध करने वाले तर्क दे रहे हैं कि इससे बेरोजगारी और बढ़ेगी और उनका कॅरियर अनिश्चित हो जाएगा। हालांकि सरकार इससे साफ इनकार कर रही है।
सरकार की तरफ से अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय की नौकरियों और सशस्त्र बलों में 10 फीसदी आरक्षण समेत कई तरह की रियायतों का भी ऐलान किया गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटक, असम, अरुणाचल जैसे कई प्रदेश सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा कर चुके हैं।
Saddened by the violence around the #Agneepath program. When the scheme was mooted last year I stated-& I repeat-the discipline & skills Agniveers gain will make them eminently employable. The Mahindra Group welcomes the opportunity to recruit such trained, capable young people
— anand mahindra (@anandmahindra) June 20, 2022
आनंद महिंद्रा के बारे में खास बातें…
आपको बता दें कि आनंद महिंद्रा “महिंद्रा एंड महिन्द्रा लिमिटेड” कंपनी के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। भारत की 10 बड़ी कंपनी में महिंद्रा ग्रुप का नाम आता है। इनकी इस कंपनी की शुरूआत पंजाब के लुधियाना शहर के आनंद जी के दादा और उनके भाइयों ने की। आनंद महिंद्रा के दादा का नाम जेसी महिन्द्रा था। महिंद्रा जी का जन्म 1 मई 1955 में मुंबई में हुआ था। इनके पिता का नाम हरीश महिंद्रा और मां का नाम इंदिरा महिंद्रा था। आनंद महिंद्रा ने एक चर्चित पत्रकार अनुराधा से शादी की और इनके दो बच्चे हैं।
उन्होंने दो पत्रिकाओं में संपादक के रूप में भी काम किया है। अनुराधा ‘मेंस वर्ल्ड’ की संपादक तथा ‘रोलिंग स्टोन इंडिया’ की एडिटर-इन-चीफ हैं। आनंद महिंद्रा अपनी पत्नी से इंदौर में मिले थे और फिर प्यार कर बैठे। इतना ही नहीं दोनों ने बोस्टन में एक साथ पढ़ाई भी की। आनंद महिंद्रा ने इंडिया के बाहर अमेरिका में ‘डिपार्टमेंट ऑफ विज्युल एंड एनवायरॉनमेंटल स्टडीज की पढ़ाई की। फिर इन्होंने 1981 में MBA की एजुकेशन हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (एचबीएस) बोस्टन मैसाचुसेट्स से पूरी की
आनंद महिंद्रा जब इंडिया अपनी पढ़ाई खत्म करके वापस आये तब उन्होंने सबसे पहले अपना सहयोग एक वित्त निदेशक के कार्यकारी सहायक के रूप में दिया। 1989 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप की स्थापना की गई और उसके बाद ये ‘रियल स्टेट डेवलपमेंट और हॉस्पिटैलिटी’ से सम्बंधित इकाई के अध्यक्ष बनें। फिर आनंद जी को महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप का उप-प्रबंध निदेशक का कार्यभार सौंपा गया था। उसके बाद इन्हें पूरी जिम्मेदारी 1997 में मिली जिसमें उन्हें कंपनी में प्रबंध निदेशक का पद मिला। यह ग्रुप स्टील ट्रेडिंग कंपनी के रूप स्थापित हुई। आज के समय में कृषि व्यवसाय से लेकर एयरस्पेस तक फैल चुकी है। अब यह ग्रुप सिर्फ ट्रैक्टर नहीं बनाता है, बल्कि कई बेहतरीन कारें भी बनाने लगा है। (एजेंसियां)