हैदराबाद: राष्ट्रपति चुनाव 2022 को लेकर बुधवार को विपक्षी दलों ने दिल्ली में बैठक की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में आयोजित बैठक में कांग्रेस, एनसीपी, सपा, डीएमके और शिवसेना समेत 17 दलों ने भाग लिया। बैठक में मौजूद रहे आरएसपी नेता एन के प्रेमचंद्रन ने कहा कि ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी के नाम का सुझाव दिया है।
इसी क्रम में डीएमके नेता टीआर बालू ने कहा कि सभी दलों ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का उम्मीदवार बनने का अनुरोध किया। हालांकि, शरद पवार ने इस प्रस्ताव से इनकार कर दिया। बैठक में मौजूद रहे कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी दलों को राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम सहमति के साथ उम्मीदवार तक पहुंचाने में कांग्रेस रचनात्मक भूमिका निभाएगी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी 2017 में उप राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की ओर से आम सहमति से उम्मीदवार बनाये गये थे। लेकिन वह एम वेंकय्या नायडू से चुनाव हार गये थे। पता चला है कि विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने फोन पर गांधी से बात की और राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने के अपने अनुरोध पर उनसे विचार करने का आग्रह किया।
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राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए विपक्ष के संभावित उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की चर्चा होने के बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा, “इस पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी।” गोपाल कृष्ण गांधी दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त रह चुके हैं और वे महात्मा गांधी के पोते हैं।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने…
इसी क्रम में राष्ट्रपति चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के साथ ही बातचीत का दौर शुरू हो गया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता राजनाथ सिंह ने बुधवार को इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से संपर्क साधा। किसी उम्मीदवार के नाम पर चर्चा नहीं हुई। मगर सरकार प्रत्याशी को लेकर आम राय बनाने की कोशिश कर रही है। प्रारंभिक बातचीत के बाद एनडीए की बैठक होगी। बैठक में उम्मीदवार के नाम पर चर्चा होगी। उसके बाद बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक भी होगी। नरेंद्र मोदी के जर्मनी जाने से पहले एनडीए के उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया जाएगा।
पता चला है कि राजनाथ सिंह ने एनडीए के घटक दल जेडीयू नेता नीतीश कुमार से भी बात की। इस बीच राष्ट्रपति चुनाव में नामांकन के पहले दिन आज 11 नामांकन पत्र दायर किये गये। इनमें से एक नामांकन पत्र ख़ारिज कर दिया गया। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होंगे और परिणाम 21 जुलाई को घोषित किया जाएगा। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 जून है।
पहले उम्मीदवार ने नामांकन भरा
दूसरी ओर इसी बीच राष्ट्रपति पद के पहले उम्मीदवार ने नामांकन कर दिया है। उम्मीदवार का नाम है जीवन कुमार मित्तल। जीवन कुमार मित्तल तीसरी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। जीवन कुमार मित्तल का जन्म 1956 अमृतसर में हुआ था लेकिन लंबे वक्त (1966) से वह दिल्ली में ही रहते हैं। वह लगातार सामाजिक मुद्दों को लेकर राष्ट्रपति को चिट्ठियां लिखते रहते हैं। जीवन कुमार मित्तल ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में कहा कि उन्हें पढ़ने और लिखने का बहुत शौक है। वे सरकार की खामियों पर नजर रखते हैं। जीवन बताते हैं कि वे अब तक 5000 से ज्यादा चिट्ठियां राष्ट्रपति के पास भेज चुके हैं। (एजेंसियां)