हैदराबाद: तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने अपनी दिल्ली दौरे के तहत बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर राज्य की स्थिति से अवगत कराया। बैठक के बाद राज्यपाल ने मीडिया से कहा कि अमित शाह के साथ की गई चर्चा को उजागर नहीं कर सकती है। मैं हमेशा तेलंगाना के लोगों के कल्याण के बारे में ही सोचा है।
उन्होंने महत्वपूर्ण टिप्पणी की कि वह केवल तेलंगाना में रेल और सड़क मार्ग से दौरा करती हैं। इस समय तेलंगाना में मेरी दौरा करने की यही स्थिति है। उन्होंने कहा कि जब वह मेडारम जातरा गई, तब प्रोटोकॉल के पालन नहीं किये जाने की बात मैंने नहीं विधायक सीताक्का ने कही है। यादाद्री दौरे पर उनके साथ शिष्टाचार से पेश नहीं आने की बात मैंने कहीं पर भी नहीं कहा है। यह तो मीडिया ने लिखा है।
राज्यपाल ने आगे कहा कि जब मैं यादाद्री मंदिर गई तो वे कैसे कहते हैं कि भाजपा व्यक्ति के रूप में गई है। उन्होंने कहा कि वह एक जिम्मेदार पद पर हैं। इन दो सालों में केवल एक या दो बार भाजपा नेताओं से मिली हैं। मैंने उगादि उत्सव में भाग लेने के लिए नेताओं को निमंत्रण भेजा है। मगर सरकार की ओर से कोई नहीं आया। सवाल किया कि क्या यह शिष्टाचार है?
अनेक मुद्दों पर चर्चा और रिपोर्ट सौंपा
दूसरी ओर राज्यपाल ने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अनेक मुद्दों पर चर्चा की और इससे संबंधी रिपोर्ट दिये जाने की खबर है। मुख्य रूप से तेलंगाना में अस्पतालों की दयनीय स्थिति के बारे में अवगत कराया है। हाल ही में एमजीएम अस्पताल में एक रोगी के चुहा काटे जाने से मौत का जिक्र किया है।
इसी तरह विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों की सरकार की ओर से जानबूझकर भर्ती नहीं किये जाने की शिकायत की है। राजभवन और प्रगति भवन की दूरी के बारे में विस्तार से मोदी और अमित को बताया है। राज्यपाल की बातें सुनकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तेलंगाना सरकार पर गंभीर होने की खबर है। इसी के तहत केंद्र सरकार वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को जल्द ही नोटिस जारी किये जाने की संभावना है।