हैदराबाद : गुरुवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से टॉलीवुड हस्तियों ने मुलाकात की। इस अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से एक अच्छी नीति लाने की कवायद चल रही है। ताकि बड़ी और छोटी फिल्मों के साथ न्याय किया जा सके। इसी के तहत सभी के अनुरोध पर विचार करते हुए एक कमेटी गठित की गई है। फिल्म उद्योग में कुछ कमियों को पूरी तरह से दूर करते हुए.. फिल्म उद्योग को अपने बलबुते पर खड़ा करने के लिए एक बेहतर व्यवस्था बनाने की कोशिश की गई है।
जगन ने कहा, “आपके कहने के अनुसार कौन-सी भी फिल्म को और किसी की फिल्म को एक रेट रहना चाहिए। प्राथमिक के तौर एक प्रस्ताव के बिना कुछ लोगों को अधिक वसूल करना और कुछ लोगों को कम वसूल करना रहता है। इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई है। मैं और चिरंजीवी बैठकर इस मुद्दे पर बहुत देर तक विस्तार से चर्चा की है। परिणामस्वरूप अच्छे रेट फिक्स किये है। यह रेट सबके लिए अच्छे हैं। सभी के साथ न्याय हो ऐसे दाम लेकर आने की कोशिश की गई है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इनाम जैसे मुद्दों पर विचार किए बिना उत्पादन लागत के मामले में कुछ बड़े बजट की फिल्में भी हैं। ऐसे फिल्मों के बारे में विशेष रूप से देख जाना चाहिए। ऐसे फिल्मों के बारे में एक सप्ताह तक विशेष दाम वसूल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “जहां तक दरों का सवाल है, सभी के लिए दरें समान हैं। ऑनलाइन टिकट बेचना सरकार और फिल्म निर्माताओं के लिए भी अच्छी बात है। यह भी चर्चा हुई कि ओटीटी से मुकाबला करने की स्थिति में संतुलन भी होना चाहिए। पांचवें शो से भी इंडस्ट्री को फायदा होगा। मल्टीप्लेक्सों को भी अच्छे दाम ट्रीट करेंगे। फिल्म देखने वाले दर्शकों पर बोझ डालने के बजाय फिल्म उद्योग को बढ़ाने के लिए उन दरों को संशोधित किया है।” जगन ने कहा कि फिल्म उद्योग को भी धीरे-धीरे विशाखापट्टणम आना चाहिए। विशाखापट्टण में सभी को मकानों के पट्टे दिये जाएंगे।
सीएम जगन ने सिने हस्तियों से आंध्र प्रदेश में भी धीरे-धीरे ध्यान केंद्रित करें। तेलंगाना की तुलना में आंध्र प्रदेश फिल्म उद्योग को अधिक योगदान दे रहा है। तेलंगाना 35 से 40 फीसदी योगदान दे रहा है तो आंध्र प्रदेश 60 फीसदी योगदान दे रहा है।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अगर स्टूडियो स्थापित करने में रुचि रखने वालों को विशाखापट्टणम में जमीन दी जाएगी। जुबली हिल्स जैसे क्षेत्र को यहां पर भी बनाया जाये। राजामौली अच्छी और बड़ी फिल्में बनाये। साथ ही छोटी फिल्मों को भी बचाना चाहिए। इसके लिए आवश्यक कार्यप्रणाली लेकर आये।