हैदराबाद: केंद्रीय हिंदी संस्थान, हैदराबाद केंद्र (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा महाराष्ट्र राज्य के वर्धा जिले के माध्यमिक हिंदी अध्यापकों के हिंदी प्रशिक्षण के लिए 451वां नवीकरण पाठ्यक्रम हैदराबाद में 5 से 16 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा।
इस पाठ्यक्रम में कुल 30 प्रतिभागियों में पंजीकरण किया। जिसमें 13 महिला प्रतिभागी तथा 17 पुरुष प्रतिभागी सम्मिलित हैं। पाठ्यक्रम के उद्घाटन समारोह में क्षेत्रीय निदेशक डॉ गंगाधर वानोडे ने उपस्थित प्रतिभागियों से नवीकरण पाठ्यक्रम से संबंधित चर्चा की तथा उन्हें संस्थान के कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जयंती के उपलक्ष्य में संस्थान में ‘शिक्षक दिवस’ मनाया गया। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। डॉ एस राधा ने शिक्षकों के दायित्व के बारे में अपने विचार रखे। क्षेत्रीय निदेशक डॉ गंगाधर वानोडे ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन के कृतित्व और व्यक्तित्व के संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि शिक्षक को हमेशा विद्यार्थी बनकर ज्ञान लेना चाहिए और अपने छात्रों तक सही ज्ञान पहुंचाना चाहिए। छात्रों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा, व्यावहारिक ज्ञान देना चाहिए और देश के अच्छे नागरिक बनाना चाहिए। छात्रों में उपस्थित सुप्त गुणों, प्रतिभा की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। इस दौरान उपस्थित प्रतिभागियों ने क्षेत्रीय निदेशक डॉ गंगाधर वानोडे और डॉ एस राधा को सम्मानित किया।