हैदराबाद: ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (हरियाणा) के कुलपति प्रो सी राजकुमार को उम्मीद है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 युवा भारतीयों की नई पीढ़ी के लिए एक विकासात्मक मॉडल तैयार करेगी। प्रो राजकुमार ने डॉ बीआर अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी की 40वीं स्थापना दिवस की वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रीय वेबिनार में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 और भारतीय विश्वविद्यालयों का भविष्य’ पर अपने विचार व्यक्त किये।
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को आसान बनाने और युवा भारतीयों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। साथ ही सुझाव दिया कि चुनौतियों से पार पाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के लिए वित्तीय स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाये और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नेतृत्व में एक मंत्रिमंडल की उप-समिति का गठन किया जाए तथा निगरानी समितियों का गठन किया जाए।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सीताराम राव ने कहा कि डॉ बीआर अम्बेडकर सार्वत्रिक विश्वविद्यालय ने 39 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अपने 40वें वसंत में प्रवेश कर चुका है। इस विश्वविद्यालय को पिछले 39 वर्षों में अपनी उपलब्धियों पर गर्व है। विश्वविद्यालय ने समाज के लिए और अधिक सहायक होने की अपनी जिम्मेदारी को और बढ़ा दिया है।
इससे पहले विश्वविद्यालय के कुलपति ने 40वें संस्थापक के विशेष लोगो का अनावरण किया। कार्यक्रम में निदेशक (शैक्षणिक) और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो ई सुधारानी ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया और कार्यक्रम की आवश्यकता की जानकारी दी। कुलसचिव डॉजी. लक्ष्मा रेड्डी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस कार्यक्रम में सभी विभागों के प्रमुख, डीन और सभी यूनियनों के नेताओं ने भाग लिया। इससे पूर्व संविधान निर्माता डॉ बीआर अम्बेडकर और विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति प्रो जी राम रेड्डी के तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धांजलि दी।