हैदराबाद: वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने पदयात्रा के लिए सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एडिशनल डीजीपी को ज्ञापन सौंपा। राजनीतिक कारणों से गिरफ्तार किए जाने का आरोप लगाया गया। शर्मिला ने कहा कि पुलिस को टीआरएस कार्यकर्ता के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे जहां रुके थे वहीं से 4 दिसंबर को फिर से पदयात्रा शुरू करेंगी।
वाईएसआरटीपी अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने लोकतंत्र की हत्या करने और पुलिस को वेतनभोगी और उसके कार्यकर्ताओं के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सत्ताधारी पार्टी टीआरएस की आलोचना की है। उन्होंने शुक्रवार को तेलंगाना के डीजीपी महेंद्र रेड्डी से शिकायत की और बाद में मीडिया कहा कि पुलिस को कानून व्यवस्था का पालन करने की जरूरत है। फिर से उन्हें उनकी जिम्मेदारियों की याद दिला रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की दिनदहाड़े हत्या की गई। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि तेलंगाना में तालिबान का शासन जारी है। उन्होंने टीआरएस नेताओं पर नेताओं के भेष में गुंडे होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम तालिबान से नहीं डरते। उन्होंने साफ किया कि उगते सूरज और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को कोई नहीं रोक सकता।
वाईएस शर्मिला ने कहा… “मैंने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन नहीं किया। आरोपियों को छोड़ दिया गया और पीड़ितों को गिरफ्तार कर लिया गया।” वाईएस शर्मिला ने कहा कि मैंने इसकी शिकायत डीजीपी से की है। उन्होंने तर्क दिया कि दोस्ताना पुलिस का अभियान केवल टीआरएस पार्टी पर लागू होता है, अन्य दलों पर नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस की है।
उन्होंने कहा कि कभी प्रगतिशील पार्टी रही टीआरएस अब ठगों की पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना को तालिबान साम्राज्य कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। क्या केसीआर तालिबान के अध्यक्ष नहीं हैं? वाईएस शर्मिला ने कहा कि उनकी धमकियों से यहां कोई डरने वाला नहीं है। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी को कोई नहीं रोक सकता। मैं राजशेखर रेड्डी की बेटी हूं। उन्होंने साफ कर दिया कि पदयात्रा को आपने जहां रोका है, वहीं से शुरू करेंगे।
जब तक राजशेखर रेड्डी की कल्याणकारी सरकार नहीं लेकर आती है, तब तक नहीं रुकने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने साफ किया कि वह लगातार सरकार की नाकामियों की ओर इशारा कर आगे बढ़ेंगी। उन्होंने तेलंगाना के लोगों से घटनाक्रम पर नजर रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि रविवार से पदयात्रा फिर से शुरू होगी और पदयात्रा इस महीने की 14 तारीख तक जारी रहेगी। अगर मुझे और मेरे कार्यकर्ताओं को कुछ होता है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।