हैदराबाद : वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (YSRTP) के अध्यक्ष वाईएस शर्मिला के आमरण अनशन को पुलिस ने भंग कर दिया। पुलिस ने शर्मिला को रात एक बजे जुबली हिल्स अपोलो अस्पताल ले गये। डॉक्टर आपातकालीन वार्ड में शर्मिला का इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों के सुझाव के बाद शर्मिला को जबरन अस्पताल ले जाया गया।
इससे पहले डॉक्टरों ने वाईएस शर्मिला के स्वास्थ्य बिगड़ जाने और तुरंत अस्पताल ले जाने का सुझाव दिया था। इसी के चलते पुलिस ने आधी रात को लोटस पांड में हाई ड्रामा किया। शर्मिला के समर्थन में आये कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया।
इससे पहले शुक्रवार को शर्मिला ने आरोप लगाया था कि अदालत की अनुमति होने के बावजूद पुलिस उन्हें ‘पदयात्रा’ जारी रखने की अनुमति नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि मैं यहां भूख हड़ताल पर इसलिए बैठी ताकि तेलंगाना में लोकतंत्र की रक्षा की जाए और मुझे अपनी पदयात्रा जारी रखने की अनुमति दी जाए। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उसकी बस को जला दिया गया और उसके पैदल मार्च को रोकने के लिए अनुयायियों को पीटा गया है।
शर्मिला ने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर उनकी पदयात्रा को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी बस को जला दिया गया, मेरे लोगों को पीटा गया और उन्होंने मुझ पर हिंसा की। शर्मिला ने कहा कि मुझे गिरफ्तार तक किया गया, लेकिन अदालत द्वारा यात्रा जारी रखने की इजाजत देने के बाद भी पुलिस उन्हें रोक रही है।
गौरतलब है कि अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले कहा था कि शर्मिला का रक्तचाप और शूगर का स्तर खतरनाक स्तर तक गिर गया था और उन्होंने डिहाईड्रेशन पर चिंता व्यक्त की थी जिसके चलते गुर्दे के लिए खतरा पैदा होने तक की संभावना हो गई थी। इसके चलते पुलिस ने शर्मिला का अनशन भंग कर दिया और अस्पताल में भर्ती किया।
स्वास्थ्य बुलेटिन जारी
अपोलो के डॉक्टरों ने वाईएसआरटीपी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला के स्वास्थ्य की स्थिति पर स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया है। स्वास्थ्य बुलेटिन में बताया गया है कि शर्मीली का इलाज चल रहा है और वह लो बीपी और कमजोरी से जूझ रही हैं। उसे निर्जलीकरण और ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन है। गंभीर ओलिगुरिया, अत्यधिक एनियन गैप मेटाबॉलिक एसिडोसिस और प्री-रीनल एज़ोटेमिया भी नोट किया गया।