हैदराबाद : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के फैसले का जोरदार तरीके से बचाव किया है। अमेरिकी सेनाएं 20 साल लंबे सैन्य अभियान के बाद अफगानिस्तान की सरजमीं छोड़ चुकी हैं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे लंबा और सबसे खर्चीला युद्ध रहा है।
राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिकी सेनाओं की पूर्ण वापसी के एक दिन बाद कहा, “अफगानिस्तान मिशन में अब हमारा कोई स्पष्ट उद्देश्य नहीं रह गया। अफगानिस्तान से लौटना अमेरिका के लिए सबसे बेहतर फैसला रहा है।”
बाइडेन ने आगे कहा कि अमेरिकी सेनाओं की पूरी तरह वापसी अमेरिका के राष्ट्रीय हितों के अनुकूल रही है। यह एक सही फैसला है। बुद्धिमानी भरा फैसला है। अमेरिकी के लिए यह सबसे बेहतर निर्णय है।
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गौरतलब है कि अमेरिका सेना के इतिहास में सबसे लंबा युद्ध अफगानिस्तान का रहा है। वियतनाम का युद्ध महज 5 महीने चला था और वहां से भी अमेरिकी फौजों को खाली हाथ लौटना पड़ा था। बाइडेन ने इससे पहले भी अमेरिकी फौजों की वापसी के निर्णय का बचाव किया।
तब अमरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि अमेरिका का इरादा कभी भी अफगानिस्तान में राष्ट्र निर्माण का नहीं था। तालिबान ने तेजी के साथ पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया। अमेरिकी हथियार औऱ गोला-बारूद उनके हाथ लगे और काबुल एयरपोर्ट पर बड़ा आत्मघाती हमला हुआ। इस घटना को लेकर बाइडेन की आलोचना हो रही है। आत्मघाती हमले में 13 अमेरिकी नागरिकों समेत 170 लोग मारे गये। (एजेंसियां)