हैदराबाद : पुलिस ने मेदक जिले में मंगलवार को हुए स्थानीय बीजेपी नेता धर्माकर श्रीनिवास की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। वित्तीय लेन-देन को लेकर ही श्रीनिवास की हत्या की गई है। धर्माकर श्रीनिवास की पहले चाकु घोंपकर हत्या कर दी। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए कार की डिक्की में शव को रखकर जला दिया गया। इसीलिए शव की पहचान नहीं हो सकी। मगर अलग से लगाये कृत्रिम दांतों से उसकी पहचान हो पाई है। शाम 4 बजे तक आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किये जाने की संभावना है।
पता चला है कि डेढ़ करोड़ रुपये लेन-देन मामले में धर्मकारी श्रीनिवास और अन्य के बीच मतभेद थे। हत्यारों ने रामायमपेट मार्ग पर शाम 4.30 बजे श्रीनिवास की बेरहमी से हत्या कर दी और रात 10.30 बजे के बीच कार की डिक्की में शव को रखकर आग लगा दी। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपी कार में शव और चाकु के साथ हत्या करने के बाद 6 घंटे तक घूमते रहे। बताया जा रहा है कि हत्यारों ने 15 लाख रुपये के लिए हत्या की है।
चार टीमों का गठन
तुप्रान डीएसपी किरण कुमार ने बताया कि मंगलर्ती हत्याकांड मामले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हत्यारों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। मृतक की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। उन्होंने संदेह व्यक्त किया कि श्रीनिवास को कहीं पर हत्याय करने के बाद मंगलपर्ती के पास में उनकी कार में शव को लाया गया और आग लगा दी गई। सोमवार की सुबह करीब पांच बजे उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया।
आपको बता दें कि तेलंगाना के मेदक जिले में मंगलवार को मेदक जिले के वेल्दुर्ती क्षेत्र (यशवंतरोपेटा राजस्व क्षेत्र के भीतर) में मंगलपर्ती के पास होंडा सिटी कार की टक्कर में मिली लाश मिलने से हड़कंप मच गया था। कार पर लगे रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर मृतक की पहचान मेदक शहर के भाजपा नेता धर्माकर श्रीनिवास (45) उर्फ कटिके श्रीनु के रूप में हुई है। हत्या का मामला सोमवार की रात करीब साढ़े दस बजे बताया जा रहा है, जो मंगलवार की सुबह सामने आया। मेदक एएसपी कृष्णमूर्ति, तुप्रान डीएसपी किरण कुमार और पुलिस टीम ने मौके पर मामले की जांच की है।
ऑटो चालक को सेलफोन में वीडियो बनाया
मंगलपर्ती गांव के एक ऑटो चालक ने सोमवार की रात करीब साढ़े दस बजे सबसे पहले गांव के बाहरी इलाके में वेल्दुर्ती-नरसापुर मुख्य मार्ग पर जलती हुई एक कार को देखा। नरसापुर से वह अपनी ऑटो में एक दोस्त के साथ घर जा रहा था उसने अपने सेलफोन में जलती हुआ कार का वीडियो बनाया। उसी रात को गांव के एक ग्रुप में जलती हुई कार को पोस्ट किया। यह देख स्थानीय सरपंच रामकृष्ण राव ने पुलिस को खबर दी। वेल्दर्ती के एसआई महेंदर मौके पर पहुंचे। कार की डिक्की में श्रीनिवास का जला हुआ शव बरामद किया। इसके चलते उन्होंने उनके घर जाकर कुछ जानकारी जुटाई। पुलिस ने 9 अगस्त को श्रीनिवास घर से कितने बजे निकला? सेलफोन कब तक चालू था? इसके अलावा श्रीनिवास की डायरी और सीसीटीवी फुटे को बरामद किया है।
लगाये गये दांतों के आधार पर पहचान और पत्नी का बयान