हैदराबाद : तेलंगाना की नजरें इस समय हुजूराबाद उपचुनाव पर टिकी है। हुजूराबाद उपचुनाव की बदौलत निधियों का अंबार लगा है। बिना किसी रुकावट के विकास और कल्याणकार कार्यक्रमों के लिए बड़े पैमाने पर निधियां मंजूर किये गये हैं। दलित बंधु के साथ अन्य जातिगत पेश के संघ व संगठनों को भी बड़े पैमाने पर निधि जारी किये गये हैं। मुख्य रूप से जातिगत पेशे के संघों को भवन बांध कर दे रहे हैं। गांवों में सीसी रोड, ड्रेनेज और अन्य के लिए निधि देकर वोटरों को आकर्षित किया जा रहा है।
हुजूराबाद जीत को लेकर इधर ईटेला राजेंदर और उधर मुख्यमंत्री केसीआर के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गया है। कैसे भी जीत हासिल करने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर गुलाब तूफान की भारी बरिश में आई बाढ़ की तरह निधियां मंजुर की है। हड़कंप मचाने वाले योजनाओं को लागू किया है। पहले कभी नहीं ऐसा एक अनाधिकारिक बजट ही हुजूराबाद के लिए मंजूर किया है। इन दो महिने में हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र के लिए बड़े पैमाने पर निधि जारी करके नया इतिहास रचा है। उपचुनाव तो हुजूराबाद के लोगों की किस्मत ही बदल दी है। आइए देखे मंजूर की निधियों के आंकड़े-
तेलंगाना सरकार ने सीसी रोड, ड्रेनेज और लिंक रोड के लिए 220 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं। इसी तरह जातिगत पेशे के संघों को 15 करोड़, भेड़ वितरण के लिए 78.75 करोड़, हुजूराबाद म्युनिसिपालिटी को 35 करोड़, जम्मिकुंटा म्यनिसिपालिटी को 30 करोड़, जिला और मंडल परिषद को 220 करोड़ और दलित बंधु को 2000 करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं।
इसके अलावा कल्याणकारी योजनाओं के लिए 960 करोड़ रुपये मंजूर किये है। इनमें से अबतक 410 करोड़ जारी किये गये हैं। सुप्रशासन मंजूरी के लिए 190 करोड़ मंजूर किये हैं। मानेरु रिवर फ्रंट के तहत निर्मित नहर को 360 करोड़ रुपये जारी किये हैं। बिजली विभाग को 10 करोड़ और महिला बचत योजना को 120 करोड़ रुपये जारी हुए हैं। यह सब देखकर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों पर खुशी का ठिकाना नहीं है। मगर अबतक वोट किसी देना है, इसके लिए मात्र मन नहीं बनाया है।