हैदराबाद : एक साल बीत गया तेलंगाना में कोरोना कहर जारी है। दूसरी लहर में बड़े पैमाने पर कोरोना के मामले बढ़ जाने से लोग घबरा गये। अनेक लोगों की कोविड के कारण मौत हो गई। कोविड में गिरावट आने के बाद भी स्वास्थ्य समस्याओं से अनेक लोगों की जाने चली गई।
इस डर के कारण कोई भी लक्षण दिखाई देने पर लोग अस्पताल का रास्ता पकड़ने लगे। टेस्ट के लिए कोविड जांच केंद्रों में लोगों की लंबी कतारें लग गई। निजी अस्पताल भी कोरोना मरीजों से भर गये। कुछ निजी अस्पताल लोगों के इसी डर का फायदा उठाकर कोविड इलाज और टेस्टों के लिए मोटी रकम वसूल करने लगे। इस बारे में कोई पूछने और बोलने वाला नहीं था।
विशेष रूप से निजी अस्पतालों में लूट बहुत अधिक रही है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए तेलंगाना सरकार ने हाल ही में कोरोना मरीजों के इलाज और टेस्टों के दाम निर्धारित करते हुए जीओ 40 जारी किया है।
जीओ में सभी प्रकार के इलाज और टेस्टों के दामों को निर्धारित किये गये हैं। जनरल वार्ड में आइसोलेशन और टेस्टों के लिए चार हजार रुपए हर दिन लेने की बात कही गई है। इसी तरह आईसीयू रूम के लिए प्रतिदिन 7,500 रुपये और वेंटिलेटर वाले आईसीयू कमरे के लिए प्रतिदिन अधिकतम 9,000 रुपये शुल्क निर्धारित किया है।
सरकार द्वारा निर्धारित अन्य दाम इस प्रकार है :
पीपीई किट की कीमत 273 रुपये, एचआर सीटी 1995 रुपये, डिजिटल एक्स-रे 1300, आईएल-6 1300 रुपये, डिडैमर 300 रुपये, सीआरपी 500 रुपये, प्रोकाल सिथेसिन 1400 रुपये, फेरिटिन 400 रुपये और एलडीएच 140 रुपये निर्धारित किया है।
एम्बुलेंस सेवा के दाम
इनके अलावा कोविड के दौरान लोगों ने एम्बुलेंस सेवाओं पर हजारों रुपये खर्च किये। एंबुलेंस चालकों ने कोरोन मरीज को अस्पताल ले जाने और अस्पताल से शव को घर ले आने के लिए मोटी रकम की मांग की। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने जीओ में एंबुलेंस के दामों को भी निर्धारित किया है। सामान्य एम्बुलेंस को एक किलोमीटर तक 75 रुपये और न्यूनतम चार्ज दो हजार वसूल करने का आदेश दिया है। सुविधायुक्त एम्बुलेंस को एक किलोमीटर के लिए 125 और न्यूनतम शुल्क तीन हजार किया है।