हैदराबाद : तेलंगाना में ही पूरे देश में सनसनी फैला चुकी गांधी अस्पताल सामूहिक दुष्कर्म मामले में चौंकाने वाला मौड़ सामने आया है।
दिन-ब-दिन सामूहिक दुष्कर्म मामला अनेक उलझनों के साथ उलझता ही जा रहा है।
नशीला पदार्थ देकर सामूहिक दुष्कर्म किये जाने की पीड़िता की शिकायत पर जांच कर रही पुलिस को चौकाने तथ्य सामने आया है। डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट ने स्पष्ट किया कि पीड़िता को कोई नशीला पदार्थ नहीं दिया गया है।
सुरक्षा गार्ड ने कबूल किया शारिरीक संबंध बनाने की बात मगर जबरन नहीं
इसी क्रम में पीड़ित को ले जाने वाले सुरक्षा गार्ड विजय को कथित तौर पर पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस की पूछताछ में विजय ने उसके साथ दुष्कर्म किये जाने करने की बात कबूल कर ली है। मगर जबहन नहीं, उसकी इच्छा से ही उसने महिला के साथ शारिरीक संबंध बनाये है। लैब टेक्निशियन ने पीड़िता के साथ बलात्कार नहीं किये जाने का बड़ा खुलासा हुआ है।
पीड़िता सुरक्षा गार्ड विजय के साथ गई
कुल मिलाकर पुलिस नतीजे पर पहुंची है कि पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार नहीं हुआ है। पीड़ित महिला को सुरक्षा गार्ड विजय के साथ मिलकर जाते समय के दृष्य सीसीटीवी में मिले हैं। जांच रिपोर्ट में भी पीड़िता को नशीला पदार्थ दिये जाने लक्षण नहीं मिले हैं।
स्वेच्छा से या धोखा देकर किया बलात्कार
फिर भी ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ है। अब सवाल उठता है कि क्या पीड़िता स्वेच्छा से विजय के साथ गई या धोखा देकर ले जाया गया और उसके साथ बलात्कार किया गया? पूछताछ में इस बात का खुलासा होना बाकी है।
लापता पीड़िता की बड़ी बहन का पता चला
इस बीच पुलिस को चार दिनों से लापता पीड़िता की बड़ी बहन का ठिकाना मिल गया है। पुलिस ने उसे हिमायतनगर में पाया है। पता चला है कि वह स्वयं दो दिनों से अपनी इच्छा से एक अन्य व्यक्ति के साथ रही है। उसके साथ रहे व्यक्ति को भी कथित तौर पर पुलिस ने हिरासत में लिया और उसके साथ पूछताछ कर रही है।
उलझनों के साथ उलझता दुष्कर्म मामला
इसके चलते पुलिस ने दोनों बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ या नहीं तथा सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत के कारणों की पीछे की मंशा का पता लगाने में जुट गई है। इस तरह गांधी अस्पताल सामूहिक दुष्कर्म मामला दिन-ब-दिन अनेक उलझनों में उलझता ही जा रहा है।