हैदराबाद : विश्व की शांति चाहने वालों के लिए यह खुश खबर है। रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में संघर्षविराम (युद्धविराम) की घोषणा की है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दसवें दिन यह घोषणा की है। संघर्षविराम मारियुपोल और वोल्नोवाका शहरों के लिए होगा।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट में कहा है कि रूसी सेना मॉस्को के समयानुसार 10 बजे इन शहरों पर हमले रोक देगी ताकि लोगों की मदद के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जा सकें। युद्ध विराम के दौरान मारियुपोल और वोल्नोवाखा शहरों के नागरिकों की मदद की जाएगी। संघर्षविराम के दौरान आम लोगों की मदद के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जाएंगे।
रूस ने कहा है कि शनिवार को मारियुपोल और वोल्नोवाखा के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जाएंगे। इस दौरान लोग शहर छोड़ कर जा सकेंगे। युद्धविराम का ऐलान ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन के अधिकांश हिस्सों में विनाशकारी मानवीय संकट की आशंका ज़ाहिर की जा चुकी है। इनमें कीएव, खारकीएव, सुमी, चेर्निगोव और मारियुपोल शहर सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं।
यूक्रेन के मिखाइल पोदोलियाक ने कहा था कि लगभग दो लाख लोग मारियुपोल से निकलने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि करीब 20 हज़ार लोग दोनेत्स्क क्षेत्र के वोल्नोवाखा इलाके को भी छोड़ना चाहते हैं। मौजूदा समय में यूक्रेन को सबसे बड़े बंदरगाहों वाले दो शहर मारियुपोल और वोल्नोवाखा को रूस की सेना ने घेरा हुआ है और यहां हमले जारी हैं।
मारियुपोल के मेयर ने अपील की थी कि रूसी सेना की नाकाबंदी के बीच नागरिकों को शहर छोड़ने दिया जाए। अन्य जगहों पर भी लड़ाई जारी है। ख़ारकीएव में कई जगह धमाकों की आवाज़ सुनाई दे रही है। पूर्व में स्थित सुमी शहर में भी हमले जारी हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले भारत ने यूक्रेन और रूस से यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए संघर्ष विराम की घोषणा करने को कहा है। यह सर्वविदित है कि अभी भी भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं और स्वदेश लौटने की कोशिश कर रहे हैं। यूक्रेन में अब भी फंसे भारतीय नागरिक युद्ध के मद्देनजर दहशत में जी रहे हैं। इनमें दोनों तेलुगु राज्यों को लोग शामिल है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त करने के लिए कदम बढ़ाया कि वे सुरक्षित लौट आएंगे (एजेंसियां)