हैदराबाद : तेलंगाना के मेदक जिले के मल्लन्ना सागर (Mallanna Sagar) परियोजना के विस्थापित गांव एर्रावल्ली में आधी रात को अधिकारी पहुंचे और मकानों को गिराना शुरू कर दिया। बड़े पैमाने पर पुलिस बलों के बीच जेसीबी (JCB) और प्रोक्लेनरों (proclainer) की मदद से मकानों को तहस-नहस कर दिया। बिना पूर्व सूचना दिये ही मकानों को गिरा दिया। मकानों में रहने वालों को जबरन बाहर निकाला।
लोगों को गांव में प्रवेश करने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस बलों को तैनात कर दिया गया। आधी रात से मकानों के तोड़फोड़ और गिराने का काम जारी है। गांव के लोगों ने बताया कि एक-दो दिन का समय मांगने पर भी अधिकारियों ने नहीं दिया।
इसी बीच गांव में एक अप्रिय घटना घटी है। आधी रात के समय मकानों को गिराये जाने की खबर मिलते ही कनकय्या नामक व्यक्ति सामान निकालने अंदर गया। इसी समय अधिकारियों द्वारा गिराया गया बिजली का खंभा उसके ऊपर जा गिरा। इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
गांव वालों ने घायल कनकय्या को तुरंत सिकंदराबाद यशोदा अस्पताल ले गये। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार और गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही कनकय्या की मौत हो गई। गांव में तनाव है। पुलिस की गस्त बढ़ा दी गई है।