हैदराबाद: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवाद-लेनिनवाद) पीपुल्स वार (वर्तमान में माओवादी) पार्टी के विचारक (सिद्धांतकर्ता) में से एक कामरेड पिल्ला वेंकटेश्वर राव (65) का निधन हो गया। पिल्ला कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे और उनका इलाज हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज जारी था। पिल्ला कुछ समय से किडनी संबंधी बीमारी से पीड़ित थे।
साल 1970 में दशक में पीपुल्स की ओर आकर्षित होने वालों में पिल्ला वेंकटेश्व राव भी एक है। वेंकटेश्व राव ने आंध्रा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीजी किया। इसके बाद कुछ समय तक विजयवाड़ा अप्पलस्वामी कॉलेज में प्राध्यापक के रूप में काम किया।
इसी दौरान पीपुल्स वार सिद्धांत की ओर आकर्षित हो गये। साल 1984-85 से पीपुल्स वार में शामिल हो गये। लगभग दो दशकों तक पीपुल्स वार आंदोलन में भूमिगत रहे। मगर अस्वस्थता और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उभरे मतभेद के कारण साल 2004 में आत्मसमर्पण किया। इसके बाद पत्रकारिता क्षेत्र में दशकों तक कार्य किया।
पिल्ला वेंकटेश्वर राव की किडनी की समस्या गंभीर हो जाने के कारण कुछ समय से डायलिसिस करवा रहे थे। पिल्ला वेंकटेश्वर राव अंतिम दिनों में आर्थिक और स्वस्थ्य संबंधी बीमारी से बहुत ही गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनके करीबियों ने बताया कि वेंकटेश्वर राव ने शरीर गांधी अस्पताल और आंखें एलवी प्रसाद नेत्र अस्पताल को दान कर दिया है।