हैदराबाद: टीपीसीसी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने खेद व्यक्त करते हुए कहा है कि तेलंगाना में कानून-व्यवस्था नियंत्रण से बाहर हो गई है। प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। जुबली हिल्स में नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद माता-पिता दिन में भी अपनी बेटियां को बाहर भेजने से डर रही हैं।
कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में सोमाजीगुड़ा प्रेस क्लब में बुधवार को ‘हैदराबाद बचाओ’ के नाम पर सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में रेवंत रेड्डी के साथ प्रोफेसर हरगोपाल, टीजेएस के अध्यक्ष कोडंदराम, इंटी पार्टी के अध्यक्ष चेरुकु सुधाकर, पीसीसी की कार्यकारी अध्यक्ष गीता रेड्डी, मल्लू रवि के साथ सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई (एमएल), टीडीपी, बसपा और वाईएसआरटीपी के नेताओं ने बैठक में भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किये।
AICC के राष्ट्रीय प्रवक्ता दासोजू श्रवण द्वारा समन्वित इस बैठक में रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि जुबली हिल्स गैंगरेप से संबंधित संपादित और लिमिटेड वीडियो को सरकार के साथ हुए एक समझौते के तहत लीक किये गये है। रेवंत ने कहा कि हैदराबाद के सीपी ने अभी तक यह नहीं बताया है कि गैंगरेप कहां हुआ है। यहां तक कि जो पार्टी भगवान के नाम पर बड़ा होना चाहती है, वह भी उस जगह के बारे में नहीं पूछ रही है कि गैंगरेप कहां हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ईमानदार आईपीएस अधिकारियों को डीजीपी कार्यालय से जोड़ा गया है और सेवानिवृत्त अधिकारियों को फिर से पोस्टिंग देकर मुख्यमंत्री केसीआर प्रशासन को चला कर रहे हैं। जुबली हिल्स गैंगरेप में आठ आरोपियों में से छह आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सवाल किया कि दो अन्य आरोपी कहां है?
उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर के रिश्तेदार हवाई अड्डे पर गलत ढंग से काम कर रहे हैं। हवाई अड्डे के पार्किंग स्थल के पब में अनैतिक कार्य चल रहे है। सरकार चलाने वाले ही अपराधी बन गये हैं।
तेलंगाना जन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर एम कोडंदरम ने कहा कि बीते आठ साल में महिलाओं के मुद्दों पर एक भी समीक्षा बैठक नहीं हुई है। पिछली बार रोशय्या मुख्यमंत्री के काल में महिलाओं के मुद्दों पर समीक्षा बैठक हुई थी। उन्होंने मांग की कि जुबली हिल्स गैंगरेप मामले सहित हर दुश्कर्म मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किया जाये। टीपीसीसी की कार्यकारी अध्यक्ष जे गीता रेड्डी ने कहा कि जुबली हिल्स गैंगरेप मामले में न्याय के लिए लड़ने की जरूरत है। साथ ही आरोप लगाया कि इस मामले में टीआरएस और एआईएमआईएम नेताओं के बेटे और पोते शामिल हैं।
नागरिक अधिकार संघ के सदस्य प्रोफेसर हरगोपाल ने कहा कि उम्मीद थी कि अगर अलग राज्य गठन हुआ तो तेलंगाना में एक बेहतर समाज का निर्माण होगा। लेकिन स्थिति काफी बिगड़ गई है। बैठक में लिए गए निर्णयों के आधार पर दासोजू श्रवण ने प्रस्तावों को पेश किया और सदस्यों द्वारा उसे मंजूरी दी। बैठक में पार्टी अध्यक्ष चेरुकु सुधाकर, मल्लू रवि (कांग्रेस), बाल मल्लेश (सीपीआई), ज्योत्सना (टीडीपी), तुडी देवेंद्र रेड्डी (वाईएसआरटीपी), मामीडाला ज्योति (बसपा) और अन्य नेता शामिल थे।