हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब का दौरा किया। उन्होंने कहा कि किसान चाहें तो किसी भी सरकार को बदल सकते हैं। साथ ही कहा कि किसानों को तब तक संघर्ष करते रहना चाहिए जब तक उन्हें उनकी फसलों के लाभकारी मूल्यों की संवैधानिक गारंटी नहीं मिल जाती।
इस अवसर पर केसीआर और केजरीवाल ने केंद्र के निरस्त किए जा चुके कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि भी दी। केसीआर ने साल भर चले आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि वह किसानों को उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प के लिए नमन करते हैं।
तेलंगाना के सीएम ने कहा, “किसान चाहें तो कौन सी भी सरकार बदल सकते हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है। किसानों को सही दाम और इसकी संवैधानिक गारंटी मिलने तक आंदोलन जारी रखना चाहिए।” केसीआर ने स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब के योगदान और कृषि क्षेत्र में हरित क्रांति लाने की भी सराहना की। राव ने कहा, “पंजाब एक महान राज्य है।”
केसीआर के साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजू थे। राव यहां केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को वित्तीय सहायता के रूप में 3-3 लाख रुपये वितरित किये। दिल्ली की सीमाओं पर चले आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हो गई थी।
तेलंगाना के सीएम ने किसान नेताओं से अपील की कि वे केंद्र सरकार के खिलाफ अपना आंदोलन उस वक्त तक जारी रखे, जब तक कि उन्हें फसलों के समर्थन मूल्य पर संवैधानिक गारंटी ना मिल जाती। उन्होंने राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि वह आम आदमी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के साथ शामिल होंगे और किसानों के आंदोलन को समर्थन करेंगे।
केसीआर ने जोर देते हुए कहा कि समस्या हर जगह पर होती हैं। लेकिन हमारे सामने जिस तरह की समस्याएं हैं वैसी दिक्कतें कहीं और नहीं हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आखिर किसानों को ही इस तरह की समस्याओं का सामना क्यों करना पड़ रहा है।
तेलंगाना सीएम ने कहा, “एक समय देश की मदद के लिए किसान ही आगे आए थे। जब सारा देश अन्न की दिक्कत का सामना कर रहा था। तब हरित क्रांति लाकर पंजाब के किसान ने ही पूरे देश का पेट भरा था। आज उसी किसानों की मांगें पूरी नहीं हो रही हैं।”
केसीआर ने तेलंगाना का उदाहरण देते हुए कहा कि जब तेलंगाना राज्य बना था तब सबसे पहले हमने बिजली की समस्या को दूर किया। ताकि किसानों का काम न रुक सके। इस समय तेलंगाना में 24 घंटे मुफ्त बिजली दी जा रही है ताकि किसानों को सिंचाई और दूसरे काम में किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। (एजेंसियां)