नई दिल्ली: दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे को लेकर अब भी दिल्ली में तनाव है। छात्र देर रात कोचिंग सेंटर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है। यह समिति कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, सुझाव देगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी।
आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के अलावा, समिति में दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त और अग्निशमन सलाहकार सदस्य होंगे तथा गृह मंत्रालय में एक संयुक्त सचिव इसके संयोजक होंगे। यह समिति 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। तीन अभ्यर्थियों की डूबने से हुई मौत की घटना के बाद संसद से लेकर पूरे दिल्ली शहर में आक्रोश नजर आया।
वहीं सोमवार को पांच और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और बुलडोजर से अतिक्रमणों को हटाना शुरू किया गया। मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में शनिवार रात बारिश के बाद पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई थी। मृतकों में एक सिकंदराबाद की छात्रा भी है। केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने छात्रा की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
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दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर गैर इरादतन हत्या व अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। घटना की गूंज संसद में भी सुनाई दी और सदस्यों ने मांग की कि जिम्मेदारी तय की जाए, ताकि ऐसा हादसा दोबारा न हो।