क्यों बढ़ी जगन मोहन रेड्डी और शर्मिला के बीच दूरी, क्या वजह यह तो नहीं है?

अमरावती/हैदराबाद : मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन शर्मिला के राजनीतिक प्रवेश की घोषणा के बाद दोनों के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है। हालांकि दोनों पक्षों के प्रवक्ता ने बताया कि राजनीतिक मतभेदों के अलावा दोनों के बीच पारिवारिक मतभेद नहीं है। लेकिन उनके पिता दिवंगत सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी के जयंती समारोह में दोनों के बीच की दूरी स्पष्ट दिखाई दी है।

आज (8 जुलाई) वाईएस राजशेखर रेड्डी के जयंती के अवसर पर शर्मिला और उनकी मां विजयम्मा कडप्पा जिले के इडुपुपुलपाया में उनकी समाधि पर सुबह श्रद्धांजलि और प्रार्थना कार्यक्रम में उपस्थित थे। अब तक इस कार्यक्रम में पूरा परिवार शामिल होता था। इस बार न ही वाईएस जगन और न ही उनकी पत्नी भारती इस कार्यक्रम में भाग लिया।

चर्चा है कि शर्मिला के राजनीतिक आने के कारण ही जगन नहीं आये हैं। इसीलिए वाईएस भारती भी अलग से आकर श्रद्धांजलि अर्पित करके चली गई। जगन भी शाम को वाईएसआर के जयंती कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं। पिछली बार वाईएस विवेक के जयंती पर भी विजयम्मा और शर्मिला ने भाग लिया था। मगर जगन शामिल नहीं हुए थे।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि वाईएस जगन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री होने और शर्मिला को वहां की राजनीति में प्रमुखता नहीं दिये जाने के कारण ही उसने तेलंगाना में राजनीतिक पार्टी स्थापित करने का फैसला लिया है। इसी कारण भाई और बहन में दूरी बढ़ गई है। दोनों की राह अलग होना, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश में दोनों के विचार और आवश्यकता अलग होना ही दूरी का कारण रहे हैं।

इतना ही नहीं शर्मिला बार-बार कह चुकी हैं कि वह तेलंगाना के हितों के लिए किसी भी हद तक संघर्ष कर सकती हैं। जारी जल विवाद को लेकर किसी से भी लड़ने को तैयार है। हालांकि उनकी मां विजयम्मा शर्मिला के साथ है।

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