हैदराबाद : तेलंगाना कांग्रेस में सियासत गरमा गया है। टीपीसीसी अध्यक्ष के रूप में रेवंत रेड्डी को नियुक्त किये जाने को लेकर अब पार्टी में हड़कंप मच गया है। रेवंत रेड्डी के आने से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद की आस लगाये बैठे वरिष्ठ नेताओं में गहरा असंतोष हैं।
इसके अलावा कुछ नेता खुले तौर पर आलोचना करने पर उतर आये हैं। अन्य नेता भी अपने पद और पार्टी से इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में मर्रि शशिधर रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
पूर्व मंत्री मर्रि शशिधर रेड्डी ने टीपीसीसी चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में अपना इस्तीफा एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया और राहुल गांधी को फैक्स कर दिया।
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उन्होंने पत्र में कहा कि उन्हें इस पद पर उत्तम कुमार रेड्डी ने नियुक्त किया था। रेवंत रेड्डी अब टीपीसीसी के नये अध्यक्ष बने हैं। वह स्वतंत्र रूप से कार्य करने के इरादे से इस्तीफा दे रहे हैं। हालांकि, शशिधर रेड्डी ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहेंगे।
दूसरी ओर टीपीसीसी अध्यक्ष पद की आस लगाये बैठे वरिष्ठ नेता और सांसद कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने नये अध्यक्ष की नियुक्ति पर गंभीर टिप्पणी की है। कोमाटिरेड्डी ने एआईसीसी के प्रदेश प्रभारी मनिकम टैगोर पर कड़ी टिप्पणी की है। प्रभारी ने टीपीसीसी अध्यक्ष पद को बेचा है। उनके इस बयान से पार्टी में हड़कंप मच गया है।
हालांकि कोमाटिरेड्डी की टिप्पणी को नवनियुक्त नेताओं ने खारिज कर दिया। पता चला है कि पार्टी आलाकमान भी कोमटिरेड्डी के बयान को लेकर गंभीर है। उनके खिलाफ कभी भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।