हैदराबाद: मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने कहा कि अगर ईमानदारी, इच्छाशक्ति, लगन और एकाग्रता है तो हम जो करने का ठान लेते हैं उसे हासिल करेंगे और पुलिस इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निर्माण इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि हैदराबाद में इतना बड़ा कमांड एंड कंट्रोल रूम आएगा, लेकिन इसे दृढ़ संकल्प के साथ हासिल किया गया।
उन्होंने प्रशंसा की कि यह केंद्र न केवल पुलिस विभाग का स्तम्भ होगा बल्कि प्रशासन के लिए भी उपयोगी होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीक से बंजारा हिल्स में सात एकड़ क्षेत्र में 600 करोड़ रुपये की लागत से गुरुवार दोपहर 1.21 बजे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया गया। उन्होंने पुलिस से इस केंद्र के माध्यम से अद्भुत परिणाम प्राप्त करने का आह्वान किया। तेलंगाना को अपराध मुक्त बनाने और देश के लिए एक उदाहरण के रूप में खड़े होने का आह्वान किया।

साथ ही यह सुझाव दिया कि अपराधियों को नई तकनीकों के साथ धोखाधड़ी करने से रोकने के लिए प्रत्येक पुलिस को अपग्रेड किया जाना चाहिए। बिना संस्कार की शिक्षा बेकार है। सीएम ने तेलंगाना पुलिस को मित्रवत और सुसंस्कृत पुलिसिंग के साथ देश के लिए एक आदर्श बनने का आह्वान किया। इस मौके पर तेलंगाना पुलिस पर लिखी गई एक किताब का लोकार्पण किया गया।
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इसके बाद केसीआर ने मीडिया को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि सभी मुद्दों पर चर्चा करने के बाद ही इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई। यह सेंटर साधारण में अलग और आपदा आने पर इमरजेंसी के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। दरअसल, कमांड कंट्रोल सेंटर का निर्माण दो साल पहले पूरा होना था, लेकिन कोरोना और अन्य गड़बड़ी के कारण इसमें कुछ देरी हुई।

सीएम ने कहा, “इस इमारत के निर्माण के समय हम 24 मंजिल बनाना चाहते थे। लेकिन नागरिक उड्डयन कानूनों और परमिटों के कारण इसे 20 मंजिलों तक सीमित कर दिया है। जब मैंने इमारत की चोटी पर जाकर देखा तो मुझे बहुत खुशी हुई। हैदराबाद में इतने अच्छे कमांड कंट्रोल सेंटर के आने की किसने कभी उम्मीद नहीं की थी। तेलंगाना पुलिस की दुनिया में अच्छी प्रतिष्ठा है। हमारी पुलिस अपराध नियंत्रण और सजा में अपनी क्षमता दिखा रही है। सरकार उन्हें हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।”

केसीआर ने कहा कि हम कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिए बेहतर सेवाएं देना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक मानव समाज मौजूद रहेगा और पुलिस जितनी बेहतर होगी तथा समाज उतना ही सुरक्षित रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण के लिए कौशल विकास और सुधार जरूरी है।
सीएम ने याद किया कि पूर्व में पुलिस विभाग में काम करने वालों ने भी इस कमांड और कंट्रोल सेंटर के निर्माण में बहुत योगदान दिया है। वर्तमान डीजीपी महेंद्र रेड्डी के साथ डीजीपी अनुराग शर्मा, जो इस निर्माण को शुरू करने के समय थे, परियोजना को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
उन्होंने पूर्व अधिकारियों के सुझावों को लेने और भविष्य में भी इस भवन का पूरी तरह से उपयोग करने पर बल दिया। साथ ही कहा कि जब वे परिवहन मंत्री थे तो तत्कालीन आरटीसी एमडी के घर गए और उनसे चर्चा की। कर्ज में 13 करोड़ आरटीसी को 14 करोड़ का मुनाफा कर के दिखाया। इसके लिए दिनेश रेड्डी, अरविंद कुमार, एके खान और अन्य लोगों की सेवाओं का उल्लेख किया और प्रशंसा की।
राज्य के डीजीपी महेंद्र रेड्डी को सभी सेवानिवृत्त अधिकारियों को शहर में रहने में प्रसन्नता व्यक्त की और उनकी सलाह लेने के लिए निर्देश दिया गया। डीजीपी महेंद्र रेड्डी इस साल सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्हें बिना वर्दी के भी सेवा करने का सुझाव दिया।