हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है। उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 3 दिसंबर को होगा। लेकिन नतीजों से पहले बीआरएस प्रमुख और सीएम केसीआर ने एक अहम फैसला लिया। केसीआर ने 4 दिसंबर को डॉ बीआर अंबेडकर के तेलंगाना सचिवालय में कैबिनेट बैठक आयोजित करने का फैसला किया। तेलंगाना सीएमओ कार्यालय ने इस आशय का एक बयान जारी किया है। लेकिन नतीजे आने से पहले कैबिनेट बैठक आयोजित करने के केसीआर के फैसले से हर कोई हैरान है।
राजनीतिक गलियारों में इस बात पर बहस चल रही है कि क्या वह यह बैठक इस विश्वास के साथ कर रहे हैं कि वह जीतेंगे या अविश्वास है कि वह हार जायेंगे। दूसरी ओर बीआरएस नेता इस बात को लेकर तनाव में है कि क्या मूल कैबिनेट के मंत्री इस चुनाव में जीत हासिल करेंगे या नहीं। इन संदेह के चलते केसीआर कैबिनेट बैठक कैसे करेंगे? इस बीच, मतदान के तुरंत बाद आए एग्जिट पोल के अधिकांश नतीजे बीआरएस के लिए नकारात्मक आने से पार्टी में खलबली मची हुई है। हालाँकि, बीआरएस नेता कोरी शान दिखा रहे कि वो तीसरी बार सत्ता में आएंगे। उन्हें भरोसा है कि वास्तविक नतीजे एग्जिट पोल के नतीजों से अलग होंगे।
सीएम केसीआर को लगता है कि अगर त्रिशंकु सरकार बनने की नौबत आई तो सहयोगियों के साथ सरकार बना लेंगे। दूसरी ओर सीएम केसीआर ने प्रगति भवन में बीआरएस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस मौके पर केसीआर ने कहा कि हम एक बार फिर तेलंगान को सुशासन देने जा रहे हैं। केसीआर ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दो दिन तक चुप रहने की सलाह दी हैं। केसीआर ने साफ कर दिया कि 3 तारीख को सभी मिलकर जश्न मनाएंगे। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर पहले से ही पार्टी कार्यकर्ताओं को सूचित कर चुके हैं कि वे हैट्रिक बनाने जा रहे हैं। केटीआर विश्वास व्यक्त कर रहे हैं कि एग्जिट पोल बकवास हैं और एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां अतीत में गलत साबित हुई है।
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सीएम केसीआर के साथ समीक्षा
प्रगति भवन में मंत्री केटीआर और हरीश राव ने विधानसभा चुनाव में मतदान के पैटर्न और एग्जिट पोल पर बुनियादी स्तर पर चर्चा की। एर्रावल्ली फार्महाउस गये और सीएम केसीआर के साथ समीक्षा की। किस निर्वाचन क्षेत्र में मतदान का पैटर्न क्या है, कितने प्रतिशत मतदान हुआ है, नफा-नुकसान क्या है और एग्जिट पोल में सामने आए विवरणों की समीक्षा की गई है।
चूंकि इस महीने की 3 तारीख को काउंटिंग होने वाली है। ये तीनों नेता एक बार फिर उसी दिन शाम को अगली गतिविधि की और गहराई से समीक्षा करने वाले हैं। बीआरएस के नेताओं मानना है कि हर एग्जिट पोल के अनुमान अलग-अलग होते है। इसलिए अपने सर्वे संगठन द्वारा बताए गए ब्यौरे और खुफिया रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी। यह ज्ञातव्य है कि इस बैठक में निर्वाचन क्षेत्रों द्वारा मतदान के रुझान की भी समीक्षा की जाएगी और बीआरएस को मिलने वाले वोटों की संख्या, लाभार्थियों की मानसिकता और अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में कमजोर स्थिति, कांटे की टक्कर वाली स्थिति, अंतिम घंटों में हुए मतदान के कारण एग्जिट पोल उम्मीदों से कैसे अलग रहने की संभावना है, इस पर गहन चर्चा की जाएगी और नई रणनीति और रूपरेखा तैयार की जाएगी।
तेलंगाना मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज
तेलंगाना मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव मतदान पर मीडिया कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में मतदान संपन्न होने के बाद यह बात सामने आई है कि 70.74 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। हैदराबाद में सबसे कम 46.68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। पिछले साल सर्वाधिक 91.05 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार मतदान पहले की तुलना में 3 फीसदी कम रहा है। 2018 के चुनाव के दौरान मतदान 73.37 फीसदी हुआ था। पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।
विकास राज ने बताया कि मतगणना के लिए पूरी व्यवस्थाएं कर ली गयी हैं। कुल 49 केंद्रों पर वोटों की गिनती होगी। दोबारा मतदान की कोई संभावना नहीं है। देवरकदरा में 10 लोग होने के बावजूद मतदान केंद्र बनाया गया है। कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम बदले गये हैं। चुनाव के बाद संबंधित पार्टियों के एजेंटों के बीच मत पेटियां स्ट्रांग रूम में चले गये हैं। मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा रहेगी। स्ट्रांग रूम 40 केंद्रीय कंपनियों की फोर्स सुरक्षा में है। मतगणना के प्रत्येक राउंड में समय लगेगा यह ईसीआई मानदंडों के अनुसार किया जाएगा। मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी। 8.30 मिनट से ईवीएम की गिनती की जाएगी। हैदराबाद में 14 केंद्रों पर वोटों की गिनती होगी। प्रत्येक टेबल पर पांच अधिकारी होंगे।