हैदराबाद : तेलंगाना में बोनालु फेस्टिवल रविवार से शुरू हुआ है। शहर में पहला बोनालु उत्सव गोलकोंडा जगदंबिका माता मंदिर में जारी है। मंदिर के पास बोनालु अर्पित करने वालों का तांता लगा है। मंदिर को फूलों से खूबसूरती से सजाया गया है।
गौरतलब है कि पिछले साल तेलंगाना सरकार ने घोषणा की थी कि कोरोना के कारण घर में ही बोनालु मनाये। मंदिरों में भक्तों का प्रवेश नहीं दिया गया है। इस साल सरकार ने बोनालु उत्सव मनाने की अनुमति दी है। बोनालु फेस्टिवल तेलंगाना संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक के रूप में माना जाता है।
सरकार की ओर से लंगरहाउस में सुबह 10 बजे मंत्री माता की पूजा करते और सरकार की ओर से रेश्मी वस्त्र भेंट किया है। गोलकोंडा बोनालु चलते रविवार को सुबह 8 से रात 8 बजे तक कई इलाकों में 700 पुलिस के साथ यातायात प्रतिबंध लगा दिया गया है। हैदराबाद ट्रैफिक के अतिरिक्त सीपी अनिल कुमार ने एक बयान में रामदेवगुडा-गोलकोंडा, लंगर हाउस-गोलकोंडा, कुतुबशाही मकबरे-गोलकोंडा से गुजरने वाले वाहन चालकों को अन्य मार्गों से जाने का सुझाव दिया है।
गोलकोंडा में जगदंबिका अम्मा को पहला बोनम समर्पित किए जाने के बाद शहर के साथ-साथ प्रदेश भर में बोनालु आरंभ हो गया है। मंत्री महमूद अली, इंद्रकरण रेड्डी, तलसानी श्रीनिवास यादव और डिप्टी स्पीकर पद्मा राव सरकार की ओर से रेशमी वस्त्र भेंट कर शोभायात्रा का उद्घाटन करेंगे। लंगर हाउस से माता का रथ शोभायात्रा शुरू होकर गोलकोंडा तक जारी रहेगा।