आंध्र प्रदेश : नाडु-नेडु में बड़े पैमाने पर अनियमिताएं, जांच की घोषणा

विजयवाड़ा/हैदराबाद : मानव संसाधन विकास, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने पिछली वाईएसआरसी सरकार के दौरान ‘नाडु-नेडु’ कार्यों में कथित अनियमितताओं की जांच की घोषणा की। मंगलवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान, तेनाली श्रवण कुमार, येलुरी संबाशिव राव और धुलिपल्ला नरेंद्र कुमार सहित टीडीपी विधायकों ने नाडु-नेडु कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और सरकार से जांच का आदेश देने की मांग की।

आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट से हस्तक्षेप की मांग अपने जवाब में लोकेश ने जांच की घोषणा करते हुए कहा कि नाडु-नाडु कार्यों में घटिया काम और अन्य अनियमितताओं की शिकायतें उनके संज्ञान में आई हैं। नाडु-नेडु पर वर्षवार खर्च का ब्योरा देते हुए मंत्री ने कहा कि पहले चरण (2019-20) के दौरान 69 करोड़ रुपये खर्च कर 15,713 स्कूलों में काम किए गए। दूसरे चरण (2020-21) में 2,679 करोड़ रुपये खर्च किए गए। वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 में क्रमश: 1,064 करोड़ रुपये, 2,635 करोड़ रुपये और 2,077 करोड़ रुपये व्यय किए गए।

मंत्री लोकेश ने अपने जवाब में कहा, “वर्ष 2019-24 से स्कूल आधुनिकीकरण के तहत बड़ी संख्या में कार्य किए जाने के बावजूद सरकारी स्कूलों में नामांकन में 72,117 की कमी आई है। इसलिए, सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के साथ-साथ छात्रों को सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्कूल के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एक व्यापक कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।”

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गत् वाईएसआरसी सरकार पर अपने खराब फैसलों से शिक्षा क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए लोकेश ने कहा कि पिछली सरकार के रवैये के कारण स्कूली शिक्षकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के बराबर विकसित किया जाएगा और उल्लेख किया कि टीडीपी सरकार ने शिक्षकों की भर्ती के लिए मेगा डीएससी की अधिसूचना पहले ही जारी कर दी है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अगले शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत तक शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे।

दूसरी ओर से, स्कूलों में खेल, कला और शिल्प को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका प्राथमिक लक्ष्य केजी से पीजी शिक्षा का कायाकल्प करना है, पाठ्यक्रम को मजबूत करने और छात्रों के सीखने के परिणामों को मापने के लिए एक उचित रोडमैप विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना है। टीडीपी विधायकों ने दावा किया कि वाईएसआरसी के नेता ठेकेदार बन गए और नाडु-नेडु कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया। उन्होंने कहा कि नाडु-नेडु कार्यों के नाम पर कुछ स्कूलों की पेंटिंग के लिए बिलों में भारी मात्रा में दावा किया गया था। (एजेंसियां)

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