हैदराबाद : उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 116 हो गई है। अस्पताल में जमीन पर पड़ी लाशें देखकर हर किसी का मन विचलित हो रहा है। बदहवास शवों के साथ बेबस और लाचार बैठे देख हर किसी का कलेजा पसीज गया। लोग प्रशासनिक लापरवाही से भी काफी आक्रोशित दिखाई दे रहा है। इस बीच क्विक रिस्पांस टीम में तैनात एक पुलिसकर्मी को लाशों का ढेर देखकर हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मीडिया में प्रसारित और प्रकाशित खबरों के अनुसार, एटा मेडिकल कॉलेज में 30 वर्षीय कॉन्स्टेबल रजनीश इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात था। हाथरस के सत्संग में भगदड़ मचने के बाद मृतकों के शव और घायलों को इसी अस्पताल में लेकर आये। अस्पताल में जमीन पर लाशें रखी गई। डॉक्टरों और संसाधनों की कमी की वजह से भी कई घायलों की जान चली गई। ऐसे में यहां तैनात रजनीश लाशों के ढेर को देखकर विचलित और घबरा गया। उसे दिल का दौरा पड़ा और मौत हो गई। रजनीश अवागढ़ में क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) का हिस्सा है और उन्हें इमरजेंसी ड्यूटी के लिए इस अस्पताल में बुलाया गया। लाशों के अंबार का भयावह दृश्य देखकर कांस्टेबल की मौत हो गई।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ एकत्रित हुई। कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा भक्त सत्संग कार्यक्रम में पहुंचे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इस दौरान सैकड़ों भक्त बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। घटना सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास की है।
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दूसरी ओर सीएम योगी ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
सीएम योगी ने कहा कि भारत सरकार ने भी और राज्य सरकार ने भी मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। वहीं घटना के बाद एक्शन में सीएम योगी देर शाम तक मुख्यमंत्री आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक चली। सीएम योगी घटनास्थल पर गए मंत्रियों और अधिकारियों से सीधे अपडेट लेते रहे थे। सीएम योगी ने आयोजकों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश देने के साथ ही घायलों के समुचित इलाज के लिए हर जरूरी प्रबंध कराए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि घटना का दोषी कोई हो, बचेगा नहीं, उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कराई जा रही है सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच का दायरा खुला है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई होगी। उधर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 116 लोगों की मौत हुई है। जिसमें 7 बच्चे, 1 पुरुष और बाकी महिलाएं बताई जा रही है। 72 लोगों की शिनाख्त हो गई है। कोई भी मिसिंग नहीं है। 80 हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। उन्होंने बताया कि लोग पैर छूने और मिट्टी लेने के लिए जा रहे थे तभी भगदड़ मचने से पास में ही नाले में एक के ऊपर एक लोग गिरते चले गए थे। आयोजकों ने बड़ी लापरवाही की है। बड़ी सख्त कार्रवाई होगी। (एजेंसियां)
డెడ్బాడీల కుప్పలు చూసి పోలీస్ మృతి
హైదరాబాద్ : ఉత్తరప్రదేశ్లోని హత్రాస్లో మంగళవారం బోలో బాబా ప్రవచనాలకు వచ్చిన భక్తులు మధ్య జరిగిన తొక్కీసలాటలో అనేక మంది చనిపోయిన విషయం తెలిసిందే. జూలై 2 సాయంత్రం జరిగిన ఈ విషాద ఘటనలో మృతుల సంఖ్య 116కు చేరింది. హాస్పిటల్ లో కుప్పలు తెప్పలుగా పడిఉన్న మృతదేహాలను చూసి రజనీష్ అనే పోలీస్ అధికారి గుండెపోటుతో చనిపోయాడు.
ఎటా మెడికల్ కాలేజీలో అత్యవసర విధులు నిర్వహిస్తున్న క్యూఆర్టి సిబ్బంది రజనీష్ మరణించాడు. అవాఘర్లోని క్విక్ రెస్పాన్స్ టీమ్ లో భాగమైన అతను అత్యవసర విధుల కోసం ఆసుపత్రికి పిలిచాడు. హత్రాస్ జిల్లా ఫుల్రాయ్ గ్రామంలో సత్సంగంలో జరిగిన తొక్కిసలాటలో 116 మంది భక్తులు మరణించారు. వారి మృతదేహాలను ఎటా జిల్లా ఆసుపత్రికి తరలించారు. ఆ దృశ్యాన్ని చూసిన రజనీష్ హాట్ ఎటాక్ లోనైయ్యాడు.
హత్రాస్ తొక్కిసలాటలో పరిస్థితిని నియంత్రించడానికి అవసరమైన సహాయ సహకారాలు కేంద్రం అందిస్తుందని సీఎం యోగి ఆదిత్య నాథ్ కు అమిత్ షా హామీ ఇచ్చారు. సీఎం యోగి ఆదిత్యనాథ్ కూడా ఘటన పూర్వాపరాలను హోంమంత్రి అమిత్ షాకు వివరించారు. బాధితులకు అవసరమైన సహాయ సహకారాలు అందించేందుకు ఎన్డీఆర్ఎఫ్ మెడిల్ టీం త్వరలో హత్రాస్ కు చేరుకుంటుందని హోంమంత్రి అమిత్ షా ట్వీట్ చేశారు. (ఏజెన్సీలు)