हैदराबाद : 21 जून को केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के हैदराबाद केंद्र पर बहुउद्देशीय कक्ष में ‘विश्व योग दिवस’ सभी शैक्षिक एवं प्रशासनिक सदस्यों द्वारा केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक प्रो. गंगाधर वानोडे के मार्गदर्शन में मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक प्रो. गंगाधर वानोडे ने सभी सदस्यों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि ‘स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क’ निवास करता है। इसलिए दैनिक जीवन में योग का बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान है।
क्षेत्रीय निदेशक ने विश्व योग दिवस की संकल्पना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 27 सितंबर, 2014 को ‘योग दिवस’ मनाने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को 177 देशों का समर्थन प्राप्त हुआ था। तत्पश्चात यूएनओ के महासचिव द्वारा सर्वप्रथम 11 दिसंबर, 2014 को निणर्य लिया तथा घोषणा की कि 21 जून को ‘विश्व योग दिवस’ मनाने की स्वीकृति प्रदान की जाती है।
2015 से प्रतिवर्ष 21 जून को ‘विश्व योग दिवस’ का आयोजन किया जाता है। ताकि पूरे विश्व को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके। भारत अपने योग और आयुर्वेद के ज्ञान के कारण ही विश्वगुरु कहलाता है। आज हमें फिर से अपनी जड़ों और सांस्कृतिक परंपराओं की ओर लौटना होगा। क्षेत्रीय निदेशक प्रो. गंगाधर वानोडे ने कहा कि ‘योग क्रांति की मशाल जलाओ, जीवन खुशहाल बनाओ।’
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इसके पश्चात योग मंत्र के उच्चारण के साथ ही शैक्षणिक व प्रशासनिक सदस्यों द्वारा योगाभ्यास किया गया जिसमें प्राणायाम, सूर्यनमस्कार के साथ ही विभिन्न योग आसनों का अभ्यास किया गया तथा उसे दैनिक जीवन में अपनाने और नियमित अभ्यास की शपथ भी दिलाई गई तथा सभी ने आश्वत किया कि हम अपने दैनिक जीवन में योग को शामिल करेंगे।
इस अवसर पर सह-आयार्च डॉ. फत्ताराम नायक, अतिथि अध्यापक (अनु.) डॉ. पंकज सिंह यादव, कार्यालय अधीक्षक डॉ. एस राधा, डॉ. संदीप कुमार, सजग तिवारी, शेख मस्तान वली, ओम सेक्यूरिटी एजेंसी के संस्थापक वीर भद्रय्या, लक्ष्मण, एस. बसंत राव, इलेक्ट्रीशियन वसीम, सफाई कर्मचारी श्रीमती भानु तथा रमा आदि उपस्थित थे।