हैदराबाद/वॉशिंगटन: कैंसर का पता अब मामूली ब्लड टेस्ट में ही लगाया जा सकेगा। इस बात की पुष्टि एक रिसर्च में सामने आई है। अब डॉक्टरों के लिए कैंसर बीमारी का पता लगाना बेहद आसान हो गया है। दरअसल कैंसर स्क्रीनिंग पर कई दिन से काम चल रहा था। परिणामस्वरूप अब साधारण रक्त परीक्षण में ही कैंसर का पता लगाया जा सकेगा। यह मल्टी-कैंसर अर्ली डिटेक्शन (MCED) कैंसर स्क्रीनिंग है। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह स्क्रीनिंग क्षेत्र में क्रांति ला देगा। कैंसर स्क्रीनिंग में सुधार पर काम करने वाली स्वास्थ्य सेवा कंपनी GRAIL द्वारा पाथफाइंडर अध्ययन के हिस्से के रूप में 6,662 व्यक्तियों के बीच इसका परीक्षण किया जा चुका है।
द गार्डियन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाथफाइंडर अध्ययन में 50 और उससे अधिक उम्र के 6,600 से अधिक लोगों का रक्त परीक्षण किया। जिसके बाद बीमारी के दर्जनों नए मामलों का पता चला है। परीक्षण 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र के रोगियों के बीच इसलिए किया गया। क्योंकि इस उम्र के लोगों को कैंसर का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में कई कैंसर प्रारंभिक अवस्था में थे। जिनका इस परीक्षण में पता लग गया था। जिसके बाद इस जांच की रिपोर्ट को पेरिस में यूरोपियन सोसाइटी फॉर मेडिकल ऑन्कोलॉजी (ईएसएमओ) कांग्रेस 2022 में पेश किया गया था। यह पहली बार है कि जब परीक्षण के परिणाम प्रकाशित किए गए हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि भविष्य में कैंसर के संकेतों का आसानी से पता लगाया जा सकेगा।
परीक्षण में 92 रोगियों में कैंसर के संकेत का पता चला था। ग्रेल ने खुलासा किया कि पुष्टि किए गए कैंसर में 71 फीसदी लोगों में कैंसर के प्रकार थे। जिनकी कोई नियमित कैंसर जांच नहीं हुई थी। नए परीक्षण से कैंसर की जांच में और वृद्धि होने की उम्मीद है और इसकी वजह से बेहतर उपचार रणनीति तैयार करने की संभावना भी बढ़ेगी। ग्रेल के प्रमुख मेडिकल अधिकारी जेफ्री वेनस्ट्रॉम ने बताया कि MCED कैंसर स्क्रीनिंग ने सबसे अधिक कैंसर पीड़ितों का पता लगाया है। इसमें छोटी लीवर, छोटी आंत और गर्भाशय के स्टेज- I कैंसर और स्टेज- II अग्नाशय, हड्डी और ऑरोफरीन्जियल तरह के कैंसर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अध्ययन में 11 विभिन्न प्रकार के कैंसर का पता चला था जिनकी आज कोई मानक जांच उपलब्ध नहीं है। (एजेंसियां)