हैदराबाद: कांग्रेस पार्टी के संगारेड्डी विधायक जग्गारेड्डी ने तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन और टीआरएस पर गंभीर टिप्पणी की है। जग्गारेड्डी ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में ही तमिलिसाई ने महिला दरबार का आयोजन किया है। इस महिला दरबार से राज्यपाल को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है। महिला दरबार केवल राजनीतिक है। महिला दरबार से महिलाओं को कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है।
यदि राज्यपाल तमिलिसाई जिलों में दौरा करती हैं तो प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। तेलंगाना में राष्ट्रपति शासन लागू होता है तो भाजपा का शासन ही चलेगा। भाजपा शासन चाहने वाले राज्यपाल का शासन चाहते हैं। सरकार लोगों की समस्याएं नहीं सुन रही है इसीलिए लोग राज्यपाल के पास आवेदन कर रहे हैं। राज्यपाल भी जानती है कि वह कुछ नहीं कर सकती।
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बीजेपी नेताओं द्वारा लिखकर दी गई स्क्रिप्ट ही राज्यपाल लागू की जा रही है। राज्यपाल ने बुलाया है तो मुख्य सचिव और डीजेपी नहीं आये हैं। राज्यपाल को अपमानित करने वालों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सवाल उठता है कि राज्यपाल लोगों की समस्याओं का समाधान कैसे कर सकती है। इसी क्रम में जग्गा रेड्डी स्पष्ट किया कि यह उनके व्यक्तिगत विचार है। इस विचार से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।
विधायक ने कहा कि टीआरएस विरोधी वोट बैंक को कांग्रेस को मिलने से बीजेपी रोकने की कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं बीजेपी धार्मिक नफरत फैला कर वोट बटोरने की कोशिश कर रही है। एक रणनीतिक रूप से टीआरएस राज्यपाल के साथ अंतर को बनाए रख रही है।
उन्होंने आगे कहा कि टीआरएस की रणनीति के बारे में लोगों को आगामी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पता चल जाएगा। उन्होंने टिप्पणी की कि अगर टीआरएस कांग्रेस की ओर से खड़े किये गये धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को वोट देती है, तो टीआरएस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी साबित होगी।