तेलंगाना में दिलचस्प रहा MLC चुनाव, केसीआर समेत अनेक प्रमुखों ने नहीं दिया वोट, जानिए क्या-क्या हुआ

हैदराबाद : स्थानीय निकाय एमएलसी चुनाव का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। 6 सीटों पर कुल 95 फीसदी मतदान हुआ। करीमनगर में सबसे अधिक 99.69 फीसदी और आदिलाबाद में सबसे कम 91.78 फीसदी मतदान हुआ। आदिलाबाद में 77 लोग स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों ने मतदान में भाग नहीं लिया। नलगोंडा में 38, खम्मम में 30, मेदक में 8 और करीमनगर में 4 लोगों ने मतदान नहीं किया। मतदान के आखिर तीन घंटे में सबसे ज्यादा मतदान हुआ।

सर्वसम्मति के 6 सीटों को छोड़कर खम्मम, आदिलाबाद, मेदक और नलगोंडा की एक-एक और करीमनगर की दो सीटों पर मतदान हुआ। पांच जिलों के 5,326 मतदाताओं के लिए 37 मतदान केंद्र बनाये गये थे। शिविरों में रखे गये टीआरएस के सभी मतदाताओं को एक ही बार बसों में मतदान केंद्र आ गये। उसके बाद ही मतदान में बढ़ोत्तरी हुई। पता चला है कि तीन जगहों पर क्रॉस वोटिंग हुई हैं। सीएम केसीआर ने प्रगति भवन से समय-समय पर मतदान की निगरानी की।

क्रॉस वोटिंग पर लगाम

मंत्री, सांसद और विधायकों को बार-बार फोन कर अलर्ट किया गया। समय-समय पर क्रॉस वोटिंग पर लगाम लगाने की सलाह दी गई। हालांकि करीमनगर, आदिलाबाद और खम्मम जिलों में स्थानीय निकायों के चुनावों में कथित तौर पर क्रॉस वोटिंग होने की खबर है। दरअसल इस क्रॉस वोटिंग के डर से ही अधिसूचना जारी होते ही टीआरएस के शिविर शुरू हो गये थे।

फोन भी नहीं करने दिया गया

मतदाताओं को अनेक राज्यों में 20 दिन से अधिक समय तक रिसार्ट और होटलों में रखा गया। मतदान के दो दिन पहले ही सभी को हैदराबाद के नजदीकी रिसार्ट में लाया गया। शुक्रवार को मंत्री, सांसद, विधायक और एमएलसी को सीधे मतदान केंद्रों के लिए बसों में ले गये। मतदाताओं को फोन पर किसी से भी बातचीत करने नहीं दिया गया। आखिर तक मतदाताओं की रखवाली की गई।

केसीआर ने नहीं डाला वोट

स्थानीय निकाय एमएलसी चुनाव में सीएम केसीआर समेत कई सांसद और विधायकों ने वोट नहीं डाला। गज्वेल विधायक मुख्यमंत्री केसीआर ने मेदक में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। पूर्व मंत्री, हुजूराबाद के भाजपा विधायक ईटेला राजेंदर ने वोट देने का अधिकार नहीं होने के चलते वोट नहीं दिया। टीआरएस छोड़ने के बाद ईटेला के विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया। स्थानीय निकाय एमएलसी मतदाता सूची की घोषणा होने तक वह फिर से जीत नहीं पाये। इनके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और करीमनगर के सांसद बंडी संजय, आदिलाबाद के सांसद सोयम बापुराव और नलगोंडा के कांग्रेस सांसद उत्तम कुमार रेड्डी भी मतदान से दूर रहे। विधायक कोमटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी ने भी मतदान नहीं किया। भुवनगिरी के कांग्रेस के सांसद कोमटीरेड्डी वेंकट रेड्डी नलगोंडा में वोट देने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने इब्राहिमपट्टनम में नगरपालिका चुनाव में एक पदेन सदस्य के रूप में पंजीकरण कराया है।

14 तारीख को सुबह 8 बजे मतगणना

सीईओ शशांक गोयल ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। कहीं पर अप्रिय घटना नहीं घटी है। सीईओ ने कहा, “पुलिस बंदोबस्त के बीच मतपेटियों को स्ट्रांगरूम में रखा गया है। सीसीटीवी निगरानी के साथ स्ट्रांगरूम की सुरक्षा रहेगी। किसी भी तरह का संदेह होने पर उम्मीदवार स्ट्रांग रूम के पास रखवाली रख सकते है। 14 को मतगणना होगी। परिणाम के बाद विजेताओं को रैली की अनुमति नहीं है।”

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