हैदराबाद : वेश्यावृत्ति और अवैध संबंध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक जमाने में दुनिया के लिए एक आदर्श रह चुका भारत अब पश्चिमी संस्कृति का आदी हो गया है। अवैध संबंधों के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। हर दिन हो रही हत्याएं इसके सबूत हैं। यह अत्यंत दुख की बात है कि कुछ लोग पापी पेट के लिए अपना शरीर बेच रहे हैं। आखिर सवाल उठता है कि अवैध संबंध और वेश्यावृत्ति के कारण है? क्या इसके लिए हमारी सरकारें और लोग कुछ नहीं कर सकते हैं? क्या करे तो समाज में बदलाव आएगा?
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि आज प्यार और शादी आज हास्यास्पद बन गये है। अवैध संबंध बढ़ते ही जा रहे हैं। इसके लिए हत्याओं का सिलसिला जारी है। समाज में नैतिक मूल्यों का अर्थ ही बदल जाने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। दूसरी ओर वेश्यावृत्ति तेजी से बढ़ रही है। पापी पेट के लिए कुछ महिलाएं वेश्यावृत्ति अपना रही हैं।
दूरियां और असमानताएं
विशेषज्ञों का मानना है कि समाज में कुछ दूरियां और असमानताएं इस स्थिति का कारण बन रही हैं। जब तक इन मूल कारणों की समीक्षा नहीं की जाती तब तक परिवर्तन यानी वेश्यावत्ति को रोक पाना संभव नहीं है। हर दिन गरीब और गरीब होता जा रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है। अधिकांश लोग जीने की स्थिति भी नहीं है। इसके कारण कुछ लोग अनिवार्य रूप से वेश्यावृत्ति अपना रहे हैं। इनके पास रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं। नौकरियां और रोजगार के अवसर प्रदान करने में सरकार विफल हो रही है।
जब तक बेरोजगारी और गरीबी नहीं मिटेगी तब तक वेश्यावृत्ति को रोक पाना संभव नहीं है।
नैतिक मूल्यों का पतन
दूसरी ओर समाज में नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है। पश्चिमी संस्कृति और मार्केट संस्कृति मानव व्यक्तित्व को नीचा दिखा रही है। प्रेम और शादी निरर्थक हो रहे है। मनोरंजन के नाम पर बिना किसी मतलब के फिल्में और धारावाहिक दिखाये जा रहे हैं। इसका लोगों के मन-मष्तिक पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। इसके चलते छोटे बच्चों के दिमाग भी प्रदूषित हो रहे हैं। गूगल और यूटूब में पोर्न वीडियो पर प्रतिबंध/लगाम न होने के कारण हर कोई प्रदूषित हो रहा है।
मानव अपना विवेक खो दे रहा है
इसके प्रभाव से मानव अपना विवेक खो दे रहा है। अवैध संबंधों के कारण लोग अपना अमूल्य जीवन बर्बाद कर ले रहे हैं। कुछ लोग विवेख खोकर आत्महत्या कर ले रहे हैं, तो कुछ लोग दूसरों की जान भी ले रहे हैं। इसके लिए व्यक्ति ही नहीं सरकार भी जिम्मेदार है। सरकार को मुख्य रूप से पश्चिमी संस्कृति पर ध्यान देना चाहिए। तेलंगाना में भी हाल ही में वेश्यावृत्ति और अवैध संबंधों की अनेक दर्दनाक घटनाएं और मामले सामने आये हैं। सरकार को नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली शिक्षा प्रणाली को बदलनी चाहिए। साथ ही सरकार को गरीबी, असमानता और बेरोजगारी को दूर करने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठानी चाहिए। तभी लोगों की दूरियां मिट जाएगी और एक नैतिक मूल्यों का एक अच्छा समाज देखने को मिलेगा।
के प्रभाव से मानव अपना विवेक खो दे रहा है। अवैध संबंधों के कारण लोग अपना अमूल्य जीवन बर्बाद कर ले रहे हैं। कुछ लोग विवेख खोकर आत्महत्या कर ले रहे हैं, तो कुछ लोग दूसरों की जान भी ले रहे हैं। इसके लिए व्यक्ति ही नहीं सरकार भी जिम्मेदार है। सरकार को मुख्य रूप से पश्चिमी संस्कृति पर ध्यान देना चाहिए। तेलंगाना में भी हाल ही में वेश्यावृत्ति और अवैध संबंधों की अनेक दर्दनाक घटनाएं और मामले सामने आये हैं। सरकार को नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली शिक्षा प्रणाली को बदलनी चाहिए। साथ ही सरकार को गरीबी, असमानता और बेरोजगारी को दूर करने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठानी चाहिए। तभी लोगों की दूरियां मिट जाएगी और एक नैतिक मूल्यों का एक अच्छा समाज देखने को मिलेगा।
–के राजन्ना