हैदराबाद : तेलुगु अकादमी (Telugu Academy) धोखाधड़ी मामला रोज नया मोड़ ले रहा है। पहले एक बैंक में जमा 43 करोड़ रुपये धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। मगर बाद में 60 करोड़ रुपये बदली होने का खुलासा हुआ है। इसके बाद सीसीएस पुलिस और इंटर बोर्ड सचिव के नेतृत्व में गठित समिति ने पाया कि युनियन बैंक मैनेजर और अकादमी के अधिकारियों की मिली भगत से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया।
इसके चलते पुलिस ने युनियन बैंक के मैनेजर मस्तानवली, मर्कंटाइल सहाकारिता क्रेडिट सोसाइटी के चेयरमैन सत्यनारायण, कर्मचारी पद्मावती और मोइनुद्दीन को गिरफ्तार किया है। चारों को अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी को न्यायिक हिरासत में चंचलगुड़ा जेल भेद दिया है।
इसी क्रम में पुलिस तेलुगु अकादमी और बैंक कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। इसी बीच सरकार ने अकादमी के निदेशक सोमी रेड्डी को सेवा से दूर कर दिया है। शिक्षा विभाग आयुक्त देवसेन को अकादमी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। तेलुगु अकादमी की निधियां बैंक से सोसाइटी के जरिए लोगों के पास गये हैं।
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि एक योजनाबद्ध तरीके से धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। तेलुगु अकादमी के 43 करोड़ रुपये कारवान स्थित युनियन बैंक में जमा थे। तब मस्तानवली बैंक के मैनेजर थे। पिछले साल दिसंबर से इस साल अगस्त तक अनेक बार यह रकम सहकारिया बैंक के खातों में जमा की गई।
इस मामले की जांच के दौरान ही संतोषनगर के युनियन बैंक में अकादमी की जमा रकम 8 करोड़ रुपये भी गायब हो गये। तब तक कारवान बैंक के मैनेजर रह चुके मस्तानवली संतोषनगर बैंक में तबादला होकर आ गये। इस मामले की गहन जांच के बाद पता चला है कि केनेरा बैंक में अकादमी की जमा 9 करोड़ रुपये का भी धोखाधड़ी होने का पता चला। सीसीएस पुलिस ने मामले की जांच में 60 करोड़ धोखाधड़ी होने का पता लगाया है।