हैदराबाद : प्रमुख गायिका लता मंगेशकर कोरोना से संक्रमित होने के बाद इन दिनों मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (ICU) में भर्ती हैं। 92 साल की उम्र में कोरोना संक्रमण होने के बाद उनकी तबीयत और बिगड़ गई। हालांकि लता को अस्पताल में भर्ती कर एक हफ्ते तक आईसीयू में रखे जाने से उनके फैन्स चिंतित है। अस्पताल हर दिन बयान जारी कर उनके हेल्थ को लेकर अपडेट दे रहा है। रविवार को अस्पताल में लता मंगेशकर का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समधानी ने बयान जारी कर बताया है कि लता मंगेशकर को देखभाल की जरूरत है। इसलिए कुछ और दिनों तक ICU में डॉक्टरों की निगरानी में ही रहेंगी।
हेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक अब स्वर कोकिला लता मंगेशकर की हालत में थोड़ा सुधार आया है, लेकिन उन्हें कोरोना के साथ निमोनिया भी हो गया है। जिसके कारण उनकी उम्र का ध्यान रखते हुए उन्हें अस्पताल में अभी कुछ दिन और रखा जाएगा। लता मंगेशकर को 7-8 दिन तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।
लता मंगेशकर की बहन और लोकप्रिय बॉलीवुड गायिका आशा भोसले ने भी लता के स्वास्थ्य की स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि लता दीदी से मिलने गई थी। मगर अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें लता को देखने/मिलने की अनुमति नहीं दी है। कोरोना के कारण किसी को भी उनके पास जाने नहीं दिया जा रह है। फिर भी किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। वह पूरी तरह से ठीक हो जाएगी और जल्द ही हमारे बीच आएगी।
इसी क्रम में डॉक्टर समधानी ने आगे बताया, “सिंगर लता मंगेशकर को देखभाल की जरूरत है। इसलिए वह कुछ और दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में ही रहेंगी। उनकी हालत अभी भी पहले जैसी ही है। किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है।” लता मंगेशकर को कोरोना और निमोनिया के चलते पिछले हफ्ते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब कोरोना के हल्के लक्षण है। हमें इंतजार करना होगा। लता कुछ दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहेंगी। डॉ प्रतीत ने लता मंगेशकर के प्रशंसकों से उनके जल्द से जल्द तंदुरस्त होने के लिए दुआ करने की अपील भी की है। गौरतलब है कि डॉक्टर प्रतीत समधानी ही पिछले कुछ साल से लता मंगेशकर का इलाज कर रहे हैं। दो साल पहले नवंबर 2019 में भी सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया होने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। तब वे 28 दिन तक अस्पताल में भर्ती रही थीं।
दूसरी ओर लता मंगेशकर के म्यूजिक लेबल ‘एलएम म्यूजिक’ के सीईओ मयुरेश पई ने बताया था कि घर में काम करने वाले स्टाफ मेंबर्स सामान लेने बाहर आते-जाते रहते हैं। उनमें से ही एक स्टाफ मेंबर संक्रमित हो गया था। लता दीदी उसके संपर्क में आई थीं। इसलिए उनका कोविड टेस्ट कराया गया। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पई ने यह भी बताया था कि लता दीदी के परिवार में उनकी बहन उषा मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर समेत किसी भी सदस्य को कोरोना नहीं हुआ है। लता मुंबई के पैडर रोड स्थित अपने घर में फैमिली के साथ रहती हैं। लता दीदी 2019 के बाद से घर से निकली नहीं हैं। किसी से मिलती-जुलती भी नहीं हैं।
लता मंगेशकर ने 1942 में 13 साल की उम्र में अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। संगीत की दुनिया में 80 साल हो चुके हैं। अपने कॅरियर के दौरान कई भारतीय भाषाओं में लगभग 50 हजार गाने गाये हैं। अपने सात दशक से अधिक के कॅरियर में ‘अजीब दास्तां है ये’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमान सो गया’ और ‘तेरे लिए’ जैसे कई यादगार गाने गाये हैं। भारत की कोकिला के रूप में जानी जाने वाली गायिका को पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के अवॉर्ड, कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित और अनेक सम्मानों से नवाजा गया। संगीत में उनके योगदान को देखते हुए 2001 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया। (एजेंसियां)